कॉलोनियों में शार्ट फिल्म दिखाकर कर रही अवेयर, बैड-गुड टच, सायबर फ्राड, इंटरनेट गेमिंग की लत से बच्चों को बचाने कर रही जागरूक

पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद भोपाल पुलिस अब काउंसलर की भूमिका में नजर आ रही है। अपराध को लेकर आमजन को अवेयर करने के लिए पुलिस कालोनियों में जाकर शिविर लगा रही है। इसमें बच्चों, परिजनों को ट्रेनिंग दी जा रही कि किस तरह आप अपराध से बच सकते हैं। प्रोजेक्टर के जरिए डाक्यूमेंट्री फिल्म दिखाकर लोगों को अपराध से बचने, अपराधी की पहचान करने के टिप्स दिए जा रहे हैं। इस अभियान में पुलिस के लिए मुख्य फोकश बच्चे हैं। उन्हें गुड टच, बैड टच, इंटरनेट गेमिंग, इंटरनेट ब्लैकमेलिंग के बारे में बताया जा रहा है। बच्चों के साथ परिजनों को भी इसके लिए सतर्क किया जा रहा है कि आप बच्चों के इंटरनेट एक्टिविटी की किस तरह निगरानी, सावधानी बरतें। इसके अलावा सायबर फ्राड, ओएलएक्स फ्राड, फेसबुक, इंस्ट्राग्राम से हो रहे अपराधों को लेकर लोगों को टिप्स दिए जा रहे हैं। एसीपी सचिन अतुलकर ने बताया कि लोगों को जागरुक करने के लिए शहर के सभी इलाकों में इस तरह का अभियान नियमित चलाया जाएगा। गुरुवार को अशोका गार्डन इलाके के सुभाष नगर कालोनी से हुई। पुलिस के इस प्रोग्राम में बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे, परिजन उपस्थित रहे। बतादें, इस इलाके में बुधवार को तीन साल की बच्ची के साथ 58 साल के राम अवतार विश्वकर्मा ने हरकत की थी। इसके बाद पुलिस ने लोगों को अपराध को लेकर जाकरुक करने का निर्णय लिया गया। अब पुलिस शहर के सभी थाना क्षेत्र में इस तरह के शिविर आयोजित करेगी।

आनलाइन गेमिंग के लिए फिल्म

पुलिस ने बच्चों को आनलाइन गेमिंग की लत को छुड़ाने, उससे बचने के लिए एक डाक्यूमेंट्री फिल्म तैयार की है। करीब 10 से 15 मिनट तक प्रोजेक्टर से इस फिल्म को दिखाया जाता है। फिल्म में बच्चों, परिजनों को आनलाइन गेमिंग के साइडइफेक्ट दिखाए जा रहे हैं। इसके साथ ही परिजनों को बच्चों को इससे बचाने के लिए टिप्स बताए जा रहे हैं।

महिला सुरक्षा पर अधिक चिंता

पुलिस की शिविर में चाइल्ड लाइन के साथ निजी संस्थाएं भी शामिल हैं। जो महिला सुरक्षा को लेकर लोगों को जागरुक करती हैं। इसके साथ ही आरंभ संस्था की तरफ से बच्चों की सुरक्षा हेतु जरूरी टिप्स बताए जा रहे हैं। शिविर में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी लोगों से उनकी समस्या पूछते हैं। लोग अधिकारियों को समस्या बताकर उनसे सुझाव मांगते हैं।

सीसीटीवी, किराएदारों का वेरीफिकेशन जरूरी

इस दौरान पुलिस लोगों से सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए भी आग्रह कर रही है। इसके साथ ही मकान मालिकों से किराएदारों का पुलिस वेरीफिकेशन कराने के लिए जागरुक कर रही है। पुलिस अधिकारी शिविर में बताते हैं कि अधिकतर अपराधिक प्रवृत्ति के लोग बिना वेरीफिकेशन के हम-आप के बीच में रह रहे हैं। इसलिए किराएदार का वेरीफिकेशन जरूर पुलिस से कराएं।

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