अफसरों की लापरवाही 479 करोड़ से हमीदिया की नई बिल्डिंग बनाई, लेकिन ओपीडी ब्लॉक के लिए जगह छोड़ना भूले


नई हमीदिया बिल्डिंग बनाने पर 479 करोड़ खर्च कर दिए, लेकिन अफसरों ने इसमें ओपीडी की प्लानिंग ही नहीं की। 1498 बेड के नए अस्पताल की प्लानिंग में ओपीडी ब्लॉक के लिए जगह ही नहीं छोड़ी गई। नतीजा- अब नए सिरे से 52 करोड़ और खर्च किए जाएंगे, जिससे 7 मंजिला ओपीडी ब्लॉक बनाया जाएगा। अभी हमीदिया में मरीजों को 5 जगह ओपीडी में भटकना पड़ता है।

नई बिल्डिंग बनाने काम 3 दिसंबर 2016 को शुरू हुआ था। तब से लेकर अब तक 5 बार इसकी डेडलाइन तय हो चुकी है, फिर भी काम अधूरा है। इस बिल्डिंग को बनाने के लिए जब काम शुरू किया था, तब भी ओपीडी ब्लॉक बनाने के लिए अफसरों ने कोई प्लानिंग नहीं की थी। पिछले साल चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने निर्माणाधिन साइट का विजिट किया था।

तब ये बात सामने आई थी कि यहां ओपीडी ब्लॉक नहीं है। मंत्री ने इस बात को लेकर अफसरों को फटकार भी लगाई थी। उसके बाद ओपीडी ब्लॉक बनाने के लिए रिवाइज डिजाइन तय की गई। हाल ही में सरकार ने पीजी सीटें बढ़ाने के लिए आए 52 करोड़ से नया 7 मंजिला ओपीडी ब्लॉक बनाने की मंजूरी दी है। अफसरों ने बताया कि मेडिकल वार्ड तोड़कर ओपीडी ब्लॉक बनाया जाएगा।

अभी 5 अलग-अलग ओपीडी; कोई 2 तो कोई 3 किमी दूर

  • अभी मरीजों 5 ओपीडी में भटकना पड़ता है। सर्जरी व आर्थोपेडिक की ओपीडी ट्रामा यूनिट में है, जबकि उससे लगे मेडिकल वार्ड में दूसरी मेडिसिन की ओपीडी संचालित होती हैं।
  • गर्भवर्ती महिलाओं के लिए तीसरी ओपीडी हमीदिया से 2 किमी दूर सुल्तानिया में बनी है। चौथी कमला नेहरू अस्पताल में और 5वीं हमीदिया से 3 किमी दूर टीबी अस्पताल में संचालित होती है।

5 हजार मरीजों का हो सकेगा इलाज

52 करोड़ से नया ओपीडी ब्लॉक बनने के बाद रोज यहां पर 5 हजार मरीजों का इलाज हो सकेगा। अभी यहां रोज ओपीडी में 2 से 2500 मरीजों का इलाज होता है। खास बात ये है कि ये 52 करोड़ रुपए सरकार को इसलिए खर्च करना पड़ रहे हैं, क्योंकि पहले सरकार ने जिस जगह पर ओपीडी ब्लॉक बनाया था, उसे डॉक्टर्स और अफसरों की खींचतान के चलते ट्रामा यूनिट में तब्दील कर दिया गया।

इसे बनाने पर सरकार ने 19 करोड़ रुपए खर्च किए थे। यह काम 10 साल पहले पीडब्ल्यूडी को दिया था, लेकिन जिस ठेकेदार को जिम्मेदारी दी गई थी, वो विवाद होने के चलते अधूरा काम छोड़कर चला गया था। इसके बाद दोबारा इस काम की लागत को रिवाइज किया गया।

शासन ने पीजी सीटों की वृद्धि के लिए दी गई राशि 52 करोड़ से नया ओपीडी ब्लॉक और 38 करोड़ से डॉक्टरों के लिए 384 सीटर हॉस्टल ईदगाह हिल्स पर बनाया जाएगा। -डॉ. अरविंद राय, डीन, जीएमसी

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