जिले में अभी तक शासन द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिए 283 कृषकों द्वारा पंजीयन कराया जा चुका है। जिनका सत्यापन पटवारी एवं तहसीलदारों के माध्यम से कराया जाएगा।
सत्यापन के दौरान फर्जी पंजीयन पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध सख्त कार्रवाई कर फर्जी पंजीयन निरस्त होंगे।
समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिए किसान पंजीयन की व्यवस्था सरल एवं सुगम बनाए जाने की दृष्टि से जिले में सहकारी समितियों, एसएचसी, एफपीओ, एफपीसी द्वारा संचालित 64 पंजीयन केंद्रों के अतिरिक्त किसान एमपी आनलाइन कियोस्क, कामन सर्विस सेंटर और लोक सेवा केंद्रों व साइबर कैफे के माध्यम से अपना पंजीयन करा सकेंगे।
जिला आपूर्ति अधिकारी दतिया मालवीय ने बताया कि अब किसान स्वयं के मोबाइल से घर बैठे पंजीयन करा सकेंगे। किसानों को पंजीयन केन्द्रों पर लाईन में लगाकर पंजीयन कराने की भी आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बताया कि पंजीयन की निःशुल्क व्यवस्था के तहत किसान स्वयं के मोबाईल अथवा कम्प्यूटर से निर्धारित लिंक पर जाकर पंजीयन करा सकेंगे। किसान ग्राम पंचायत एवं जनपद पंचायत कार्यालयों तथा तहसील कार्यालयों में स्थापित सुविधा केन्द्रों पर भी निःशुलक पंजीयन करा सकेगा। पूर्व वर्षो की भांति किसान सहकारी समिति एसएसजी, एफपीओ, एफपीसी द्वारा संचालित पंजीयन केंद्रों पर निःशुल्क पंजीयन की भी व्यवस्था रहेगी। जबकि किसन पचास रुपये सहशुल्क देकर एमपी आनलाइन कियोस्क, कामन सर्विस सेंटर कियोस्क, लोक सेवा केंद्र और निजी व्यक्तियों द्वारा संचालित साईबर कैफे पर पंजीयन करा सकेंगे।
जिला आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि जिले में 5 फरवरी से पंजीयन का कार्य शुरू हो चुका है, जो सुबह सात से रात्रि नौ बजे तक सुविधा केन्द्रों पर रविवार एवं शासकीय अवकाश को छोड़कर कार्यालयीन समय में किया जा रहे हैं। पंजीयन का कार्य पांच मार्च तक चलेगा।