देवास में सोमवार को कलेक्टर कार्यालय में जिले के कमलापुर परिक्षेत्र के कुछ मजदूर पहुंचें और कलेक्टर कार्यालय में बैठ गए। मजूदरों का आरोप था कि उन्होंने कमलापुर वन परिक्षेत्र के टप्पा और साकलपुर में क्षेत्रीय डिप्टी रेंजर के कहने पर पौधे लगाने के लिए गड्डे खोद कर तार फेंसिंग की थी। लेकिन रेंजर ने उसका आधा भुगतान ही किया। जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक दर्जन से अधिक मजदूर पहले तो वन विभाग कार्यालय पहुंचे जहां से अधिकारियों ने शेष राशि का भुगतान करने का आश्वासन दिया। उसके बाद भी मजदूर नहीं माने और वह सभी कलेक्टर कार्यालय में परिसर के अंदर आकर बैठे रहे।
मजदूर अपने परिवार के बच्चों के साथ कार्य करने वाले औजार भी साथ लेकर पहुंचे थे। मजदूरों ने कहा कि तीन माह तक वन परिक्षेत्र में पौधे लगाने के लिए डेढ़ बाय डेढ़ के गड्डे खोदे गए। लगातार कार्य करने के बाद कुछ दिनों तक खर्च दिया गया लेकिन उसकी बाद हमारी राशि रोक दी गई। देवास आने के लिए हमें बसों में भी नहीं चढ़ने दिया गया। हम हमारे भूखे प्यासे बच्चों को लेकर पैदल यहां पहुंचे। हालांकि शाम को अधिकारियों द्वारा मिले आश्वासन के बाद मजदूर अपने गांव कमलापुर लौट गए।
वन विभाग एसडीओ एस के शुक्ला ने कहा कि कमलापुर परिक्षेत्र में इन मजदूरों ने काम किया था उसके बाद कुछ काम अभी चल भी रहा था। मजदूरी की उन्हें पुरी राशि नहीं मिली ऐसा उनका कहना था। कुछ राशि प्राप्त हो गई है कुछ शेष है। इसके चलते यहां आए थे कलेक्टर कार्यालय भी गए थे। उनको समझाइश दे दी गई है।