भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) इंदौर ने गुरुवार को 13वां स्थापना दिवस मनाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजा रामन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र (आरआर कैट) के निदेशक शंकर वी. नाखे थे।
कार्यक्रम में आइआइटी इंदौर के बोर्ड आफ गवर्नर्स के चेयरमैन प्रो. दीपक बी फाटक, संस्थान के निदेशक प्रो. सुहास जोशी मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के उद्घाटन से हुई। यह केंद्र खोलने वाला आइआइटी देश का पहला संस्थान है। यहां रियायती मूल्य पर दवा और शल्य चिकित्सा आसपास के ग्रामीणों को प्रदान की जााएगी।
संस्थान महिलाओं को उद्यमिता गतिविधियों में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है इसलिए केंद्र को भी महिला उद्यमी द्वारा संचालित किया जाएगा। पूर्व विद्यार्थियों के बीच वार्तालाप बढ़ाने के लिए भी वार्षिक एलुमिनी मीट की घोषणा की गई। इसके तहत अगले कुछ दिनों में पूर्व विद्यार्थियों के बीच कई विषयों पर चर्चाएं होंगी। प्रो. नाखे ने कहा कि आरआरकैट पहले दिन से ही आइआइटी इंदौर से जुड़ा हुआ है। आइआइटी इंदौर प्रारंभिक वर्षों में आरआरकेट आइआइटी इंदौर के साथ प्रयोगशालाओं, लैब और विकास कार्यों के लिए जुड़ा था। इस समय भी आइआइटी के साथ कई गतिविधियां चल रही हैं। उन्होंने बताया कि हम बिजली, सामाजिक और कृषि अनुप्रयोगों के लिए काम कर रहे हैं। हम बायो फोटोनिक्स और लेजर एडिटिव्स निर्माण में आइआइटी इंदौर के साथ सहयोग कर रहे हैं।
यूजी और पीजी के कई नए कोर्स शुरू होंगे
प्रो. फाटक ने कहा कि मैंने आइआइटी बाम्बे और कई अन्य संस्थानों का विकास देखा है। यह संस्थान लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। दूसरी पीढ़ी के कई आइआइटी और यहां तक कि कुछ शीर्ष संस्थानों को पछाड़ते हुए राष्ट्रीय स्तर पर शीर्ष 15 रैंक में बना हुआ है। इस तरह की उपलब्धियां शिक्षकों, छात्रों और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत के कारण हासिल की जाती हैं। मैं चाहता हूं कि संस्थान 2025 तक एक नई महत्वाकांक्षा को परिभाषित करते हुए देश के टाप पांच आइआइटी में शामिल हो।
प्रो. सुहास ने कहा कि आने वाले वर्षों में हमने अपने शिक्षण और अनुसंधान गतिविधियों के विस्तार और उन्हें उद्योगों और समाज के लिए और अधिक प्रासंगिक बनाने के लिए प्रमुख योजनाएं और विचार प्रक्रियाएं की हैं। इस संदर्भ में हम कुछ नए अंडर ग्रेजुएट (यूजी) के साथ-साथ पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) शैक्षणिक कार्यक्रमों की योजना बना रहे हैं। नए औद्योगिक अनुसंधान पार्क का विकास करके उद्योग करीब लाया जाएगा। हमारी आरआरकैट के साथ उन्नत प्रौद्योगिकी में सहयोगी अनुसंधान कार्यक्रम शुरू करने की योजना है