ग्राम फिफराड़ निवासी भीमसिंह की हत्या की गई थी। अज्ञात हत्यारे ने भीमसिंह का गला घोंटने के बाद उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए कुएं में फेंक दिया था।
हत्या को आत्महत्या का रूप देने का प्रयास करने वाले हत्यारे के मनसूबों पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पानी फेर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भीमसिंह की गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि हुई है। अब इस मामले में पुलिस द्वारा हत्या का प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपित की तलाश की जा रही है।
ग्राम फिफराड़ निवासी 40 वर्षीय भीमसिंह पुत्र बापू सिंह की मौत के मामले में मर्ग जांच पर से धनगांव पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज किया है। दरअसल छह फरवरी को भीमसिंह का शव उसके खेत से कुछ दूर एक खेत में स्थित कुएं में मिला था। शव मिलने के बाद से स्वजन ने उसकी हत्या की आशंका जताई थी। मर्ग कायम पर पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही थी। भीमसिंह के शव का पोस्टमार्टम कराने के साथ ही लैब से भी जांच करवाई। शनिवार को शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को मिली है। धनगांव थाना प्रभारी निरीक्षक शिवराम जाट ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर यह बात स्पष्ट हो गई है कि भीमसिंह की हत्या की गई थी। अज्ञात आरोपित ने भीमसिंह को गला दबाकर मार दिया। इसके बाद साक्ष्य छुपाने की नियत से भीमसिंह का शव कुएं में फेंक दिया। ताकि उसकी मौत पानी में डूबने से होना प्रतीत हो। इस मामले में अज्ञात आरोपित पर हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया है।
पत्नी के साथ गया था खेत में पानी देने
मृतक भीमसिंह का ग्राम फिफराड़ में खेत है। दो फरवरी को वह अपनी पत्नी रेखा बाई के साथ खेत में पानी देने गया था। यहां से शाम करीब 4ः30 बजे पत्नी रेखाबाई घर वापस आ गई। वहीं भीमसिंह खेत में ही रूक गया था। उसने पत्नी को कहा था कि वह शाम तक घर आ जाएगा लेकिन शाम तक जब वह घर नहीं पहुंचा तो स्वजन उसकी तलाश में लग गए। दो दिन तक उसकी तलाश की। उसके नहीं मिलने पर दो दिन बाद चार फरवरी को पत्नी ने धनगांव थाने में पति के लापता होने की सूचना दी थी। पुलिस द्वारा भीमसिंह की तलाश की जा रही थी। दो दिन बाद छह फरवरी को भीमसिंह का शव कुएं के अंदर मिला था।