बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में सोमवार से महा शिवरात्रि पर्व की शुरुआत हुई । 21 फरवरी से शुरू होने वाला पर्व 1 मार्च महा शिवरात्रि तक चलेगा इस दौरान 9 दिनों तक सुबह कोटेश्वर भगवान का अभिषेक कर महाकाल मंदिर के गर्भ गृह में 9 दिन तक विशेष पूजन अर्चन अभिषेक 11 पंडितों द्वारा हर रोज किया जाएगा। इस दौरान भगवान को हल्दी भी लगाई जायेगी। इन 9 दिन में संध्या के समय पंचामृत पूजन के बाद बाबा का अलग-अलग श्रृंगार किया जाएगा, जिसमें चंदन श्रृंगार, जलाधारी व विशेष वस्त्र अर्पित किये जाएंगे। माता पार्वती का भी 11 दिवसीय पर्व के दौरान प्रत्येक 9 दिन नया श्रृंगार जिसमें अलग अलग साड़ियां माता को अर्पित की जाएगी इन दिनों में भगवान महाकाल को हल्दी लगाकर दूल्हे की तरह श्रृंगार किया जाएगा। बाबा को लगने वाली हल्दी को मान्यता है की जो भी श्रद्धालु हल्दी घर लेकर जाता है उनके यहां उनके बच्चो का विवाह जल्द तय हो जाता है। पर्व को लेकर मंदिर में आने वाले भक्तों की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन भी अलर्ट है।
इस बार महा शिवरात्रि पर्व उज्जैन के लिए खास होगी क्योंकि यह पहला मौका होगा जब महा शिवरात्रि के पर्व पर अवन्तिका नगरी उज्जैन को 21 लाख दीप जलाकर रोशन किया जाएगा। 21 फरवरी सोमवार को पहले दिन पंचमी पर अल सुबह 4 बजे नियम अनुसार भस्म आरती के बाद 9 बजे कोटेश्वर भगवान का अभिषेक पूजन किया गया जिसके बाद 12 बजे बाबा को हल्दी अर्पित की गई ।
9 दिनों तक महाकाल अलग अलग स्वरूपों में दर्शन देंगे
शिव नवरात्रि के प्रथम दिवस 21 फरवरी को भगवान महाकाल का चन्दन का श्रृंगार, कटरा, मेखला, दुपट्टा, मुकुट, मुण्ड माला, छत्र रहेगा।
- 22 फरवरी को शेषनाग श्रृंगार
- 23 फरवरी को घटाटोप श्रृंगार
- 24 फरवरी को छबीना श्रृंगार
- 25 फरवरी को होल्कर श्रृंगार
- 26 फरवरी को श्री मन महेश श्रृंगार
- 27 फरवरी को श्री उमा महेश श्रृंगार
- 28 फरवरी को शिव तांडव श्रृंगार
- 1 मार्च को महा शिवरात्रि पर सतत जलधारा
गर्भगृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित
शिव नवरात्रि के दौरान मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा इस दौरान भगवान श्री महाकाल के दर्शन नंदी मंडपम के पीछे लगे बेरिकेट्स से होंगे। मंदिर प्रशासन ने दर्शनार्थियों को सुविधा पूर्वक दर्शन कराने के लिए व्यवस्था की है। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण में 21 फरवरी से 1 मार्च तक शिव नवरात्रि में प्रतिदिन हरि कीर्तन होगा। शिवकथा हरिकीर्तन का आयोजन सायं 4 से 6 बजे तक मंदिर परिसर में नवग्रह मंदिर के पास संगमरमर के चबूतरे पर किया जाएगा।
यह होगी दर्शन व्यवस्था
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया की शिवरात्रि पर्व की सभी तैयारियां प्रशासन की और से पूरी कर ली गयी है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नृसिंह घाट समीप पार्किंग बनाई गई है। इंदौर,देवास,आगर और बड़नगर की और से आने वाले भक्तों की करीब 500 गाड़ियां पार्क हो सकेगीं। पार्किंग क्षेत्र से मैजिक वाहन द्वारा श्रद्धालु हरसिद्धि माता मंदिर तक आएंगे। यहां से श्रद्धालु बेरिकेटिंग से होते हुए महाकाल के दर्शन लाभ ले सकेंगे। चारधाम से त्रिवेणी संग्रहालय वाला रोड निर्माण कार्य के चलते बंद रहेगा, जयसिंह पूरा वाले मार्ग पर वाहन प्रतिबंध रहेंगे सिर्फ पैदल यात्रियों को अनुमति रहेगी।