उत्तर प्रदेश में 20 फरवरी को तीसरे चरण की वोटिंग हो रही है। कुछ जगहों पर छोटे-मोटे विवाद भी सामने आ रहे हैं। कासगंज स्थित विधानसभा 101 अमांपुर के ग्राम झींगनपुर में लोगों ने गांव से 6 किलोमीटर दूर बूथ बनाने पर ग्रामीणों ने वोटिंग करने से इनकार कर दिया है। जबकि कुछ जगहों पर EVM खराब होने की जानकारी भी सामने आ रही है। इसी बीच यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री सतीश महाना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
कैबिनेट मंत्री और CRPF जवान के बीच हुई बहस: वायरल हो रहे वीडियो में कैबिनेट मंत्री सतीश महाना (Satish Mahana) सीआरपीएफ जवान (CRPF) से झड़प करते दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि घटना कानपुर (Kanpur) के जरौली में मतदान केंद्र पर घटित हुई, जहां पर तैनात सीआरपीएफ जवान पर कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि केंद्रीय पुलिस बल के एक जवान ने गाली दी। इस पर मंत्री ने पहुंचकर जवान को चेताया। काफी देर तक बहस होती रही हालांकि स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बीच-बचाव कराया। इस पूरे घटना का वीडियो वायरल हो रहा है।
लोगों की प्रतिक्रियाएं: सोशल मीडिया पर सतीश महाना के इस रवैये पर लोग तंज कस रहे हैं। शशिकांत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘लगता है वोटिंग का रुझान देखकर मंत्री जी का मूड ऑफ हो गया है।’ धर्मेन्द्र कुमार शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इनका वोट खराब हो रहा है तो दिमाग खराब होना लाजिमी है।’ अब्दुल हन्नाम नाम के यूजर ने लिखा कि ‘दरोगा जी आ गए हैं अब वो वहां रहेंगे। अब केंद्रीय फोर्स की कोई औकात नहीं रही कि आपको रोक सकें, आपका जो दिल करे कर सकते हैं मंत्री जीपिंटू नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अगर आज यूपीए सरकार के समय वाला निष्पक्ष चुनाव आयोग होता तो अब तक इस गुंडे को लाल कर दिया होता केन्द्रीय सुरक्षा बलों ने।’ निशांत पंत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘मुखिया ही जब गली का गुंडा नंबर वन हो तो कालिया और सांभा भौं-भौं करेंगे ही।’
रंग सिंह राव नाम के यूजर ने लिखा कि सतीश महाना जी चुनाव हार रहे हैं, मेरे कानपुर में कुछ दोस्त ऐसा ही बता रहे हैं’। भारत प्रभाने नाम के यूजर ने लिखा कि ‘मंत्री की बौखलाहट बता रही है कि भाजपा और योगी दोनों ही उत्तरप्रदेश से विदा हो रहे हैं।’ सूरज यादव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘यदि कोई मंत्री विपक्ष का ऐसा बयान देता तो गुंडा होने का टैग दे देते’!
घटना पर कानपुर पुलिस ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि प्रकरण में मतदान स्थल जरौली स्कूल में दो गेट थे, सुरक्षा के दृष्टिगत सुरक्षाबलों द्वारा एक गेट बंद करा दिया गया था, इसी बात को लेकर के कुछ कार्यकर्ताओं ने आपत्ति प्रकट की, स्थानीय पुलिस द्वारा मामले को समझा-बुझाकर निस्तारण करा दिया गया मौके पर शांति व्यवस्था बनी हुई है।