नगर निगम ने एक बार फिर अतिक्रमण विरोधी अभियान भी शुरू कर दिया है। कोरोना के चलते अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करीब दो वर्षों से थमी रही।
लेकिन स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के मद्देनजर शहर को साफ-सुधरा रखने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बीच जहां-तहां अतिक्रमण से शहर की खूबसूरती प्रभावित होने व यातायात व्यवस्था बाधित होती देख निगमायुक्त के निर्देश पर अतिक्रमण शाखा का बुल्डोजर अब फिर गरजने लगा है। रोजाना ही शहर से अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं। गुरुवार को निगम के अतिक्रमण अमले ने चौतरफा कार्रवाई करते हुए बुल्डोजर चलाकर 100 से ज्यादा अतिक्रमण हटा दिए वहीं आधा दर्जन से ज्यादा टीन शेड व अवैध निर्माण भी तोड़ दिए। इसके पहले शुक्रवार को भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। जबकि शुक्रवार को भी अतिक्रमण हटाओ मुहिम जारी रही।
व्यापारी सहित गुमटी, ठेला, टपरे वालों में मचा हड़कंप : नगर निगम की कार्रवाई से सड़क पर कब्जा दुकान लगाने वालों के अलावा रेहड़ी वाले, चाय, पानी, चाट, फुल्की के टपरे लगाने वालों में हड़कंप मच गया है। अतिक्रमण हटाए जाने का कुछ व्यापारी विरोध कर निगम अमले पर दबाव बनाने की भी कोशिश भी कर रहे हैं। राजनीतिक पहुंच का हवाला भी दे रहे। लेकिन नगर निगम ने विरोध के उठते स्वरों के बीच अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रखी है।
सड़क किनारे लाइन डाली, बाहर किया व्यापार तो जब्त होगा सामान : अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई गोरखपुर, मेडिकल रोड, दीनदयाल चौराहा, कृषि उपज मंडी रांझी दर्शन तिराहा से मस्ताना चौक व आदर्श मार्केट, जेडीए मार्केट के सामने के निर्माण, अंतरराज्यीय बस टर्मिनल के आस-पास के अतिक्रमण हटा दिए गए हैं। जबकि अन्य अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं। कार्रवाई के दौरान मुख्य मार्गों के किनारे एक लाइन भी डाली गई है। सब्जी, फल के ठेले व फुटकर व्यापार करने वालों को इसी लाइन के भीतर व्यापार करने की हिदायत दी गई। यदि इस लाइन के बाहर व्यापार करते दिखे तो जुर्माना वसूल करते हुए सामग्री भी जब्त की जाएगी।