कोरोना के कारण बीते दो सालों से शहर में महिला क्लबों की गतिविधियां थम गईं थी। सिर्फ फोन या वीडियो काल के जरिए एक-दूसरे के हाल लिए जा रहे थे।
लेकीन अब जब स्थितियां सामान्य हो रही हैं तब महिलाएं भी अपने घर-परिवार की जिम्मेदारी निभाते हुए विविध सामाजिक गतिविधियों में सहभागिता करने लगी है। विशेषकर शहर में संचालित महिला क्लबों के आयोेजनों की संख्या फिर से बढ़ रही है। अब वसंतोत्सव पर फूलों का श्रृंगार भी हो रहा है तो सामाजिक जागरूकता और मनोरंजन से संबंधित आयोजनों को भी गति मिली है और फोन पर नहीं बल्कि मिलकर एक-दूसरे का हाल जान रही हैं। महिला क्लबों की सदस्यों को कहना है कि ईश्वर से प्रार्थना है कि अब स्थितियां सामान्य रहें। सभी स्वस्थ रहें। जिससे आने वाले समय में हम सभी होली का उत्सव भी सखियों के साथ मना सकें।
इसी कड़ी में फूलों की रानी बहारों की मलिका थीम पर रेवा लेडीज क्लब की सदस्यों ने वसंतोत्सव मनाया। जहां सभी सदस्य थीम के अनुसार पीले और वसंती रंग के परिधानों में तैयार होकर आईं। फूलों की रानी बनने के लिए सभी ने फूलों से बने जेवरों से श्रृंगार किया। किसी ने फूलों के कंगन पहने तो किसी ने फूलों के हार, बेंदी, पायल पहनकर अनोखा श्रृंगार किया। कार्यक्रम में सभी के लिए कैटवाक का आयोजन किया गया। इसके साथ ही प्रश्नोत्तर चरण भी आयोजित हुआ।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए सदस्यों लता दीदी को याद करते हुए उनके गीतों पर आधारित अंताक्षरी खेली। साथ ही सरप्राइज प्रश्न भी पूछे जैसे- लता जी का जन्म कहां हुआ। उनका असली नाम क्या था। लग जा गले… गीत किस फिल्म का है।
आयोजन को सफल बनाने में अध्यक्ष कल्पना अग्रवाल जैन, ललिता अग्रवाल, प्रतिभा जैन, पूर्णिमा, पिंकी, वंदना, उमा, सुशीला, अनीता, मीना, किरण, संगीता व अन्य का सहयोग रहा।
अग्रवाल क्वींस ग्रुप के सदस्यों ने मासिक कार्यक्रम का आयोजन किया। जहां सदस्यों ने कोरोना के बाद मिलने वाली सभी सदस्यों से हाल-चाल जाना और सभी के स्वास्थ्य की कामना की। साथ ही मनोरंजन की कड़ी में तरह-तरह के खेलों का आनंद लिया। जिसमें अन्य खेलों के साथ हाउजी खास रही। इसके अलावा गीत-संगीत का भी आनंद लेकर सदस्यों ने अपनी सखियों के साथ यादगार समय बिताया।
आयोजन को सफल बनाने में संयोजक शालू अग्रवाल, निशा अग्रवाल, बीओडी सदस्य नीता, प्रतिभा, राजकुमारी, निधि, सविता, कामिनी व अन्य सदस्यों का सहयोग रहा।