ट्रक चालक कृष्णेंद्र उर्फ बबलू जादौन के हाथ-पैर तलाशने गई पुलिस शनिवार शाम खाली हाथ लौट आई। पुलिस को वह पालीथिन मिल गई, जिसमें कृष्णेंद्र के कटे हुए हाथ-पैर भर कर फेंके गए थे।
थैली में लगे खून की जांच करवा कर सबूत के तौर पर न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस का मानना है कि कटे अंग संभवत: जानवर खा गए होंगे।
टीआइ राजेंद्र सोनी के अनुसार 40 वर्षीय कृष्णेंद्र की हत्या उसकी पत्नी सुनीता ने प्रेमी रिजवान, भय्यू उर्फ इरशाद कुरैशी की मदद से कर दी थी। उसके हाथ-पैर कटवाकर पुत्र प्रशांत से रालामंडल (सर्विस रोड) पर फिंकवा दिए थे। दोपहर को फोरेंसिक अधिकारियों के साथ टीम गणेश धाम पहुंची और हथियार जब्ती के लिए पूरे घर की दोबारा तलाशी ली। इस दौरान अधिकारियों ने दीवार और जमीन से खून के निशान एकत्र किए। इसके बाद एक दल सुनीता और प्रशांत को लेकर रालामंडल पहुंचा। सुनीता ने बताया कि प्रशांत ने पीले रंग की थैली में कृष्णेंद्र के अंग फेंके थे। जिस जगह थैली फेंकी, वहां घने बांस लगे हैं। पुलिस ने तीन घंटे छानबीन की, लेकिन कृष्णेंद्र के शरीर का कोई अवशेष नहीं मिला। पुलिस को खून से सनी थैली मिल गई।
फरार आरोपितों पर इनाम की घोषणा – पुलिस कृष्णेंद्र के हत्या कर हाथ पैर काटने वाले आरोपित इरशाद और रिजवान की तलाश कर रही है। पुलिस ने तीन दल देवास,राजगढ़ और सारंगपुर भेजे हैं।। इरशाद के पास फोन नहीं है और रिजवान ने फोन बंद कर लिया है। पुलिस ने दोनों के स्वजन को थाने में बैठा लिया है। रिश्तेदारों और दोस्तों के घरों पर भी छापे मारे जा रहे हैं।
पुजारी के पास से मिले चाकू और नाखूनों की होगी जांच
इंदौर। तेंदुए के पैरों से काटे गए नाखून और मूंछ के बाल सहित पुजारी के पास मिले चाकू की फोरेंसिंक जांच करवाई जाएगी। वन विभाग इन्हें अगले सप्ताह जबलपुर की लैब में भेजने वाले हैं। वहीं वन अफसर तेंदुए की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि उसके बाद ही तेंदुए की मौत का कारण सामने आएगा। वैसे अभी तीन लोगों पर वन अफसर विशेषतौर पर नजर रखे हुए हैं। 23 फरवरी को जानापाव में तेंदुए मृत मिला था। उसके चार नाखून और मूछों के बाल गायब थे। जांच करने पर पंचमुखी हनुमान मंदिर के पुजारी हुकुम और सेवल संतोष पिता बद्रीनाथ ने शव से छेड़छाड़ करना कुबूला। दोनों को न्यायालय ने जेल भेज दिया है।