कब्जों से घिरी 40 फीट में सिमटी रद्दीचौकी से घमापुर के बीच की 80 फीट चौड़ी सड़क वापस अपने पुराने स्वरूप में आ गई है। सड़क अब चौड़ी दिखने लगी है।
रद्दी चौकी और मंडी मदार टेकरी में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई वर्षों बाद की गई है। इसके पहले इस प्रमुख सड़क पर कार्रवाई न होने से पूरी सड़क पर अतिक्रमण हो गए थे। 80 फीट चौड़ी सड़क 40 फीट में मिसट गई थी। जबकि ये मार्ग अधारताल, कटनी मार्ग को जोड़ता है। रोजाना इस मार्ग से करीब एक लाख लोग आवागमन करते हैं।
विदित हो कि नगर निगम ने वर्षों से शनिवार को काबिज अतिक्रमण बुल्डोजर चला कर हटा दिए हैं। वर्षों से काबिज रद्दीचौकी से घमापुर तक के बीच सड़क के दोनों तरफ के अतिक्रमण तो हटाए ही गए पक्की दीवारें, चबूतरे बनाकर सड़क से लेकर फुटपाथ तक किए कब्जे भी बुल्डोजर चलाकर ध्वस्त कर दिए गए।
नगर निगम की कार्रवाई का स्थानीय नागरिक व व्यापारियों ने विरोध करते हुए हंगामा भी खूब किया। लेकिन नगर निगम और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही भारी संख्या में मौजूद पुलिस बल के सामने उनकी एक न चली। सुबह से शाम तक चली कार्रवाई में एक सैकड़ा से ज्यादा अतिक्रमण हटा दिए गए। इस दौरान नगर निगम के अतिक्रमण दस्ते ने फुटपाथ से लेकर आधी सड़क तक खड़ी की दीवारें, चबूतरे, टीन शेड को भी बुल्डोजर चलाकर तोड़ दिया। 50 से ज्यादा निर्माण तोड़े गए। इस दौरान सड़क पर आलमारी, कूलर,फर्नीचर सजाने वालों को भी सड़क से हटाकर दुकान के दायरे में समेट दिया गया।
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जारी रहेगी कार्रवाई: नगर निगम के सहायक आयुक्त व अतिक्रमण शाखा प्रभारी प्रदीप झारिया ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के मद्देनजर शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के निर्देश पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में रद्दीचौकी, मंडी मदार टेकरी, कब्रिस्तान के आस-पास के अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। इसके पहले भी रांझी, घमापुर, दर्शन तिराहा सहित शहर के अन्य प्रमुख क्षेत्रों के अतिक्रमण हटाए गए। नगर निगम की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।