राजधानी के पुराना सुभाष नगर स्थित बिनी बेकरी में भारी गंदगी के बीच केक बनाए जा रहे थ। शौचालय के ठीक बगल में केक तैयार करने का काम हो रहा था।
लापरवाही इतनी थी कि शौचालय का दरवाजा तक नहीं बंद किया गया था। केक को पुराने, गंदे बर्तनों में रखा गया था। केक तैयार करने के लिए अखबारी कागज का इस्तेमाल किया जा रहा था। यह हकीकत शनिवार को खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के निरीक्षण में सामने आई। गंदगी मिलने पर संक्रामक बीमारियां फैलाने की धारा के तहत ऐशबाग थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। गौरतलब है कि यहां पर गंदगी भरे माहौल में बेकरी उत्पाद बनाए जाने की शिकायत लंबे समय से अधिकारियों को मिल रही थी।
भोपाल के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवेन्द्र दुबे ने बताया कि जब बेकरी में निरीक्षण करने पहुंचे तो देखा कि करीब 450 केक तैयार कर रखे गए थे। यहां से थोक में दुकानों को 180 रुपये प्रति किलो की दर पर बेची जाती है। उन्होंने बताया कि खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत अखबारी कागज का उपयोग खाद्य पदार्थों को रखने में नहीं किया जा सकता है, लेकिन यहां किया जा रहा था। कर्मचारियों के बाल बढ़े हुए थे। उनके हाथ में दस्ताने भी नहीं थे। खाद्य विभाग की टीम ने केक और मैदा के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे हैं। इससे यह पता चल सकेगा कि इनमें किसी तरह की मिलावट तो नहीं की गई है।
कोलार में अधेड़ ने लगाई फांसी
उधर, राजधानी के कोलार थाना इलाके में रहने वाले एक अधेड़ व्यक्ति ने अपने घर में फांसी लगा ली। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिलने से फिलहाल खुदकुशी की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। कोलार थाना पुलिस के मुताबिक मृतक प्रवीण पुत्र विशंभर मल्होत्रा (59), जानकी अपार्टमेंट में अपनी बहन-बहनोई के साथ रहते थे। उनकी पत्नी पिछले 15 साल से दिल्ली में रह रही है। शराब पीने के आदी हो चुके प्रवीण कोई काम-काज भी नहीं करते थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।