श्री मद्दभागवत कथा में चतुर्थ दिवस में भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया

रिपोर्ट-दुर्गाशंकर टेलर जिला आगर-मालवा


आगर मालवा छावनी हाउसिंग बोर्ड कालोनी में श्रीमद्भागवत कथा में चतुर दिन में श्री बांकेबिहारीजी महाराज ने बताया की जब जब धर्म की हानी होती है तब तब भगवान का अवतार होता है आजापुराणों के अनुसार, भगवान विष्णु के दो भक्त जय और विजय शापित होकर हाथी ( गज ) व मगरमच्छ ( ग्राह ) के रूप में धरती पर उत्पन्न हुए थे। पौराणिक कथाओं के अनुसार, गंडक नदी में एक दिन कोनहारा के तट पर जब गज पानी पीने आया तो ग्राह ने उसे पकड़ लिया। फिर गज ग्राह से छुटकारा पाने के लिए कई वर्षों तक लड़ता रहा।वामन अवतार की कथा में यह बताया गया कि सब कुछ हम भगवान का ही है भगवान की वस्तुओं को भगवान को समर्पित कर जीवन मुक्ति को प्राप्त कर सकता है। जिस प्रकार महाराज बलि ने सब कुछ भगवान वामन को समर्पित कर भगवान को ही प्राप्त कर लिया सब कुछ यहां भगवान का अपना न कुछ भी लेश है। सब आए करने नौकरी सबके लिए परदेस है।कथा में आज मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के दिव्य दर्शन के विषय में बताया गया तथा उनके चरित्र से बहुत से शिक्षाओं को लेने की बात कही गई। जैसे प्रातः काल उठ के रघुनाथा।

मात-पिता गुरु नावही माथा।हे भगवान ने भारत के पुत्र को शिक्षा दी है कि प्रतिदिन माता पिता और गुरुजनों को प्रणाम करें तथा नवयुवकों के लिए एक नारी व्रत रत सब झारी। ते मन बच क्रम अति हितकारी। आज कथा में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को बड़े धूमधाम से मनाया गया। इसमें बहुत सी झांकियां निकाली गई तथा भजन बधाई और प्रसाद वितरण साथ मनाया गया।

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