कोरोना संक्रमण से राहत मिलने के बाद अब दो साल बाद महाशिवरात्रि का पर्व दोगुने उल्लास के साथ मंगलवार को मनाया जाएगा। इसके लिए अहिल्या की नगरी के शिवालय विद्युत सज्जा से जगमगाने लगे हैं।
महाशिवरात्रि पर पंचग्रही योग में शिव आराधना होगी। इस अवसर पर भगवान का अलग-अलग स्वरूपों में श्रृंगार होगा। दर्शन-पूजन के लिए भक्तों की कतार लगेगी। भगवान की बरात निकलेगी।
ज्योतिर्विद् आशीष शर्मा के मुताबिक इस बार शिव आराधना का पर्व महाशिवरात्रि पंचग्रही योग में मनाया जाएगा। सूर्य और गुरु की युति कुंभ राशि में बनने के साथ मकर राशि में शनि, मंगल, शुक्र, बुध, चंद्र के साथ होने से यह दिन खास बन गया है। इस दिन भोले भंडारी का पंचामृत स्नान के साथ ही विधि-विधान से पूजन भक्तों को मनोवांछित फल प्रदान करेगा। फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 1 मार्च को तड़के 3.16 बजे से रात 1 बजे तक रहेगी।
गुटकेश्वर महादेव को लगेगा भांग का भोग – किला मैदान स्थित बाबा गुटकेश्वरधाम पर महाशिवरात्रि पर बाबा गुटकेश्वर का श्र्ाृंगार कर भांग का भोग लगाया जाएगा। शाम 7 बजे प्रसाद वितरण किया जाएगा। मंदिर परिसर को आकर्षक फूलों से सजाया जाएगा। अध्यक्ष धीरज शुक्ला एवं सचिव चंद्रप्रकाश दुबे ने बताया कि सुबह विद्वान पंडितों के सान्निाध्य में पवित्र नदियों के जल से बाबा का अभिषेक किया जाएगा।
निकली भूत भावन की शोभायात्रा, शिव तत्व एवं चिंतन कथा शुरू
इंदौर। अग्रसेन सेवा संगठन द्वारा तीन दिनी शिव तत्व चिंतन कथा की शुरुआत रविवार को गीता भवन में हुई। इसमे स्वामी भास्करानंद ने शिव महिमा का वर्णन किया। इससे पहले भूत भावन भगवान भोलेनाथ की बरात निकाली गई। इसमें ब्रह्मा, विष्णु और महेश के साथ भूत-पिशाच बनकर भक्त थिरकते हुए चल रहे थे। बरात का स्वागत फूल बरसाकर किया गया। इस मौके समाजसेवी प्रेमचंद गोयल, श्याम गोयल, गोविंद सिंघल, किशोर गोयल, विधायक आकाश विजयवर्गीय, शैलेश गर्ग, ओमप्रकाश बंसल, राजेश-उषा बंसल, शीतल-संजय तोड़ीवाला, लीना बंसल आदि मौजूद थे।