15 से 17 वर्ष के किशोरों को वैक्सीन लगाने के मामले में धार ने बडी उपलब्धि हासिल की हैं, बच्चों को वैक्सीन का सेकंड डोज लगाने के मामले में धार प्रदेश में टॉप पर है। हालांकि अभी 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन नहीं हुआ है, किंतु विभाग पिछले चार दिनों से टॉप पर बना है। क्योंकि धार ने किशाेरों को वैक्सीन का पहला डोज भी समय से पहला लगाते हुए टॉप किया था। पहले चरण की सफलता का ही परिणाम है कि सेकंड डोज लगाने में भी धार टॉप पर बना हुआ है। इधर पिछले एक सप्ताह से वैक्सीनेशन धीमी गति से चल रहा है। विशेषकर किशोर वैक्सीन लगवाने नहीं आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए शिक्षा विभाग से भी संपर्क किया कि शेष बच्चों को समय पर वैक्सीन का डोज लग जाए। किंतु इन दिनों परीक्षाओं का दौर चल रहा हैं, ऐसे में बच्चे पढ़ाई को लेकर अधिक चिंतित हैं, जिसके कारण ही वैक्सीनेशन पूरा नहीं हो पाया है।
नहीं मिलने पर घर के बाहर बनाएंगे एक्स
जिले में इन दिनों वैक्सीनेशन के साथ ही पल्स पोलियो अभियान जारी है। बुधवार को अभियान का तीसरा दिन है। स्वास्थ्य विभाग ने शुरुआती तीन दिनों में ही टारगेट पूरा करने का लक्ष्य रखा था, जो अब पूरा होता दिख रहा है। टीकाकरण टीम की मेहनत का ही परिणाम है कि 96 प्रतिशत बच्चों को पाेलियों की दवा पिलाई जा चुकी है। जिले में 3 लाख 62 हजार बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया था। इसके विपरीत आज सुबह तक 3 लाख 50 हजार बच्चों को पोलियो रोधक दवा दी जा चुकी है। बुधवार को टीम गली मोहल्लों, कॉलोनियों व ग्रामीण स्तर तक पहुंचकर 4 प्रतिशत बच्चों को तलाश कर दवाई पिलाएगी। हालांकि, बावजूद इसके बच्चें नहीं मिलते हैं। तो इन बच्चों के घरों के बाहर एक्स का चिन्ह लगाकर अबसेंट मानते हुए डाटा हटाया जाएगा।
डॉ सुधीर मोदी, जिला टीकाकरण अधिकारी, धार का कहना है कि पल्स पोलियो अभियान का काम प्रगति पर है। टीम घर-घर तक बच्चों का दवा पिलाने पहुंच रही है। 96 प्रतिशत बच्चों को दवाई पिलाई जा चुकी है। शेष बच्चों को दवा पिलाने के लिए टीम रवाना हो चुकी है। किशोरों के वैक्सीनेशन में भी धार काम करते हुए प्रदेश में टॉप पर बना है। शेष किशोरों को सेकेंड डोज लगाने का क्रम जारी है।