उमरिया जिले के छोटे से गांव लोढ़ा की बैगा चित्रकार जोधइया बाई सोमवार को पीएम निवास पहुंचीं, जहां उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हुई।
प्रधानमंत्री ने उन सभी महिलाओं के साथ फोटो खिंचवाई, जिन्हें मंगलवार को राष्ट्रपति नारी शक्ति सम्मान प्रदान करेंगे। प्रधानमंत्री ने जब जोधइया बाई से उनका हाल-चाल और समस्याओं के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि वे कच्चे घर में रहती हैं और उन्हें पक्का मकान अभी तक नहीं मिला है। जोधइया बाई की बात सुनकर प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी मुस्कुरा दिए और कहा कि पक्का मकान भी बन जाएगा।
जोधइया बाई ने फोन पर नईदुनिया को बताया कि उन्हें दिल्ली में पहले दिन ही बड़ा सम्मान मिला। प्रधानमंत्री ने खुद उनसे बात की और बेहतर काम करते रहने के लिए शुभकामनाएं भी दीं। जोधइया बाई ने बताया कि वे सुबह दिल्ली पहुंच गई थीं। शाम साढ़े पांच से छह बजे तक प्रधानमंत्री से मुलाकात की।
गुरु को किया याद : नारी शक्ति पुरस्कार की चर्चा करते हुए जोधइया बाई की आवाज भारी हो गई। उन्होंने कहा कि यह पल देखने के लिए काश उनके गुरु आशीष स्वामी भी जीवित होते। आशीष स्वामी का पिछले साल अप्रैल में कोरोना से निधन हो गया था।
यह है बैगा चित्रकारी: बैगा वृक्षों और बाघों में भगवान शंकर को देखते हैं इसलिए वे अपने चित्रों में भगवान शंकर को बघासुर और वृक्षों के रूप में चित्रित करते हैं। बैगा अपने घरों की सज्जा भी इसी कल्पना के अनुसार करते हैं। इनके चित्रों में मुख्य रूप से जंगल, जानवर और पर्यावरण का चिंतन दिखाई पड़ता है। बैगाओं ने चीजों को किस तरह से देखा, महसूस किया और फिर उसे मिट्टी के रंगों से उकेरा, यही बैगा चित्रकारी है।
राष्ट्रपति आज करेंगे सम्मानित 80 वर्षीय जोधइया बाई मंगलवार को आयोजित विशेष समारोह में राष्ट्रपति के हाथों नारी शक्ति पुरस्कार-2021 से सम्मानित होंगी। उनके साथ 2020 और 2021 के लिए कुल 29 हस्तियों को पुरस्कार प्रदान किए जाने हैं।