लोकायुक्त की कार्रवाई के मामले टीकमगढ़ में अब लगातार ही सामने आ रहे हैं। बीते बुधवार को पटवारी कन्हैयालाल मोगिया को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
अब वन मंडल कार्यालय में पदस्थ उप वन मंडल अधिकारी को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए सागर लोकायुक्त ने पकड़ाया है। लोकायुक्त पुलिस ने वन विभाग के अफसर के विरूद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी। लोकायुक्त की कार्रवाई होने से वन विभाग के कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।
लोकायुक्त डीएसपी राजेश खेड़े ने बताया कि बल्देवगढ़ क्षेत्र के आहार सर्किल रेंज में पदस्थ वनपाल रामसेवक अहिरवार उम्र 59 वर्ष निवासी भगत नगर कालोनी की एक शिकायत हुई थी। इसकी जांच उप वन मंडल अधिकारी टीकमगढ़ गोपाल सिंह मुवेल कर रहे थे। जांच को वनपाल रामसेवक अहिरवार के पक्ष में करने के लिए उप वन मंडल अधिकारी रिश्वत की मांग रहे थे। इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस सागर को की गई, जिसमें लोकायुक्त ने वनपाल को एक टेप रिकार्डर दिया और उसमें रिश्वत रूपी बातचीत रिकार्ड करने को कहा। रिकार्डिंग होने के बाद सोमवार को 10 हजार रुपये रिश्वत देना तय हुआ। इसमें सोमवार को आरोपित गोपाल सिंह मुवेल अपने सिविल लाइन स्थित शासकीय आवास में थे, जहां पर वनपाल कैमिकल लगे हुए 10 हजार रुपये के नोट लेकर पहुंचा और जैसे ही आरोपित गोपाल सिंह मुवेल को रुपये थमाए। वैसे ही लोकायुक्त ने दबिश दे दी। तत्काल ही आरोपित के हाथ धुलाए, जिसमें रंग लाल निकला। अब मामले में दस्तावेजी कार्रवाई करने में लोकायुक्त सागर पुलिस जुटी हुई है। कार्रवाई के दौरान डीएसपी राजेश खेड़े, निरीक्षक अभिषेक वर्मा, निरीक्षक राेशनी जैन सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहा।