विवाह के बाद महाकाल का रिसेप्शन – पीले चावल और पत्रिका के साथ शहरवासियों को पत्रिका बांटने निकले श्रद्धालु, रिसेप्शन के साथ बारात, मेहँदी, महिला संगीत का भी आयोजन

महाशिवरात्रि के त्यौहार के बाद शिव-पार्वती विवाह की बारात और रिसेप्शन की परंपरा उज्जैन में निर्वहन की जाती है। महाकाल के इस अनूठे विवाह कार्यक्रम में भगवान महाकाल को मंगलवार को दूल्हा बनाया जाएगा जिसमें हल्दी, मेहँदी ,महिला संगीत, प्रोसेशन सहित रिसेप्शन का कार्यक्रम भी आयोजित होगा । सोमवार को इस महाभोज के लिए तैयारी शुरू हो गयी है वहीं श्रद्धालु शहर में शिव विवाह की पत्रिका बांटने निकले है। जिस तरह आम शादियों में कार्यक्रम होते है उसी तरह भगवान महाकाल के शुभ विवाह का कार्यक्रम भी उज्जैन में आयोजित होगा जिसमें 40 हजार लोगो के आने की उम्मीद है ,सोमवार को पीले चावल और हाथों में शिव विवाह की पत्रिका लेकर निकले महाकाल शयन आरती भक्त मंडल के भक्तों ने घर-घर जाकर पत्रिका दी और सभी को इस नगर भोज पर आमंत्रित किया है। इस विशाल रिसेप्शन के लिए तैयारी सोमवार से ही शुरू हो गयी है। नरसिंह घाट के सामने गंगा गार्डन में खाना बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। जिसके लिए बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे है। ख़ास बात यह है की मंगलवार को रिसेप्शन में शिव और पार्वती के लिए ड्राई आईस और आतिशबाजी का भी इंतजाम किया गया है।

पत्रिका बांटते आयोजक

बारात मेहँदी महिला संगीत और रिसेप्शन भी

बीते 22 वर्षों से महाकाल मंदिर में शयन आरती भक्त मंडल पूरे शहर को निमंत्रण देकर नगर भोज पर आमंत्रित करता है। कार्यक्रम के आयोजक राजा पांचाल ने बताया की भगवान महाकाल के शुभ विवाह के उपलक्ष्य में जैसे दूल्हे को सजाया जाता है और घरों में जिस तरह विवाह कार्यक्रम आयोजित होते है उसी तरह से कार्यक्रम होंगे। मंगलवार सुबह महाकाल को मेहँदी लगाने के बाद हल्दी लगेगी। शाम को महिला संगीत और फिर रिसेप्शन शुरू होगा इस बीच बाबा महाकाल की बारात भी आएगी।

बारात के स्वागत के लिए शेविंग ,प्रेस और जूते साफ़ करने वालो का इंतजाम भी

जिस तरह लड़की वाले शादी के दिन बारात के स्वागत के लिए साफा बाँधने वाले से लेकर जूते साफ़ करने वाले ,शेविंग बनाने वाले , कपडे प्रेस करने वाले और बारात के स्वागत में कोई कमी नहीं रही जाये इसका ध्यान रखते है उसी तरह मंगलवार को भी इनकी तैयारी पूर्ण कर ली गयी है। शिव बारात पहुंचने के बाद सभी बारातियो को ये सभी सुविधा भी मिलेगी।

बारात में भूत पिशाच

शिव बारात शाम चार बजे निकलेगी जिसके लिए दो बेंड ,ढ़ोल सहित अन्य इंतजामात किये गए है , साथ ही बारात के स्वागत के लिए जगह जगह मंच भी लगेंगे। राजा पांचाल ने बताया की शिव बारात में ख़ास आकर्षण का केंद्र होंगे भूत पिशाच, जो की बारात में नाचते गाते गंगा गार्डन तक पहुचंगे।

13 तरह के पकवान बनेंगे शिव विवाह में

मंगलवार को 13 तरह के पकवान शादी में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तैयार होंगे । इसकी तैयारी सोमवार से ही शुरू हो गयी है । करीब 10 से अधिक भट्टियों पर खाना बनाना शुरू हो गया है इसके साथ ही 800 से अधिक लोगो को इस पूरे कार्यक्रम में अलग-अलग जिम्मेदारी दी गयी। यही नहीं शिव भक्तों को यहां पर गन्ने का रस, पॉपकार्न ,चाय, कॉफी , शिकंजी भी मिलेगी

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