भोपाल में एक साल का मासूम जो कुछ दिन पहले ही घुटनों के बल चलना सीखा था। उसकी जिंदगी के यह शुरुआती कदम उसकी मौत बन गए। पुलिस कॉन्स्टेबल का बेटा घुटने के बल चलते चलते अपने घर की बालकनी में पहुंच गया। जहां लगी रैलिंग की गैप से नीचे गिरकर उसकी मौत हो गई। मृतक का नाम उत्कर्ष था। वह बालकनी में लगी रैलिंग की गैप से करीब 15 फीट नीचे गिर पड़ा। जिससे उसके सिर में गंभीर चोट आई थी। 6 घंटे चले इलाज के बाद उसकी मौत हो गई।
घटना कोलार इलाके की कस्टम कॉलोनी की है। मृतक बच्चे के पिता अरविंद काकोडिया शाहपुरा थाने में कॉन्स्टेबल है। वो शनिवार को होली खेलकर घर पहुंचे थे। उनके चेहरे पर लगे होली के रंग भी नहीं उतरे थे। कि बेटे की मौत ने उन्हें सदमे में ला दिया। उन्होंने बताया कि बेटे उत्कर्ष ने 10 दिन पहले ही घुटने के बल चलना सीखा था। घुटने के सहारे ही वो रैलिंग तक पहुंचा और ये हादसा हो गया।
अरविंद काकोड़िया 8-सी कस्टम कॉलोनी में पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते हैं। वे मूलत: नूरगंज (रायसेन) के रहने वाले हैं। उनका बड़ा बेटा 6 साल का है। छोटा बेटा उत्कर्ष एक साल का था। अरविंद ने पुलिस को बताया कि शनिवार दोपहर वह थाने से होली खेलकर घर पहुंचे। वह बच्चों के साथ खेलने लगे। पत्नी किचन में थी। छोटे बेटे को सोफे के पास बैठाकर वह भी किचन की तरफ चले गए। बड़ा बेटा भी पीछे-पीछे आ गया। कुछ देर बाद वह किचन से कमरे में लौटे तो छोटा बेटा नहीं दिखा। उन्हें लगा कि बालकनी की तरफ गया होगा। वह तुरंत ही उसे देखने पहुंचे। वह बालकनी में भी नहीं दिखा। नीचे झांककर देखा तो बच्चा बेसुध पड़ा था।
वह तुरंत ही उत्कर्ष को निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। उसकी सांसें चल रही थीं। 6 घंटे चले इलाज के बाद उत्कर्ष की सांसें थम गईं। रात करीब सवा 9 बजे अस्पताल की सूचना पर पुलिस पहुंची और शव पीएम के लिए भेजा। रविवार को मासूम का पीएम हुआ।