रविवार देर रात हुई सरकारी टीचर की हत्या के आरोपी जो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जमीनी विवाद में भतीजे ने ही चाचा की हत्या की थी। उसे घटना के कुछ घंटों बाद ही उमरी रोड से पकड़ लिया है। आरोपी ने लुहाँगी से वार कर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।
SP राजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि रविवार रात नानाखेडी निवासी जितेन्द्र सिंह राजपूत द्वारा अपने पारिवारिक जमीनी विवाद में चाचा भूपेन्द्र सिंह राजपूत की लुहांगी से मारपीट कर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या की वारदात को गंभीरता से लिया गया।
आरोपी की गिरफ्तारी के लिए सीएसपी आकाश अमलकर के मार्गदर्शन में कैंट थाना प्रभारी TI विनोद सिंह छावई और उनकी टीम व चार्लियों की टीमों को लगाया गया। पुलिस टीमों द्वारा तत्परता से कार्यवाही की गई और आसपास के क्षेत्र में नाकाबंदी कर आरोपी की घेराबंदी की। वारदात के चंद समय बाद ही उमरी रोड से आरोपी जितेन्द्र सिंह(34) पुत्र सूरज को घेराबंदी कर दबोच लिया गया।
यह था मामलामृतक शिक्षक के पुत्र आदित्य प्रताप सिंह राजपूत ने बताया कि रविवार रात करीब 11 बजे वह और उसके पिता भूपेन्द्र सिंह राजपूत कार द्वारा गुना से ग्राम बावरोदा जा रहे थे। रास्ते में उमरी रोड पर बाईपास की पुलिया के पास उन्हें उसके ताऊ के लडके जितेन्द्र सिंह राजपूत ने रोक लिया। जब पिताजी कार से निकलकर जितेन्द्र सिंह के पास पहुंचे तो जितेन्द्र ने उन पर लुहांगी से एक बाद एक कई बार कर दिये। जब अपने पिताजी को बचाने वह गया, तो उसने उसकी भी लुहांगी से मारपीट की गई और फिर जितेन्द्र सिंह वहां से भाग गया। उसके पिता के सिर में गंभीर चोटें आने से वह बेहोश हो गये। उन्हें तत्काल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
परिवार वालों ने किया चक्का जाम
सोमवार सुबह गुस्साए परिवार वालों ने चक्काजाम कर दिया। नानाखेड़ी मंडी गेट के सामने बड़ी संख्या में परिवार वाले पहुंचे और सड़क पर जाम लगा दिया। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। लगभग एक घंटे तक जाम रहा और वाहनों की लंबी कतारें लग गयीं। काफी देर समझाईश के बाद परिवार वाले माने और वहां से हटे।