खंडवा जिले के अधिकांश किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। फसल बीमा राशि के लिए किसान सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं
ऐसे ही एक मजबूर किसान का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। खंडवा के ग्राम जामली में रहने वाले 70 वर्षीय किसान राम सिंह भगवान सिंह राजपूत इस वीडियो में गिराते हुए नजर आ रहे हैं। किसान का आरोप है कि उसे भू लेखा अधिकारी कार्यालय से धक्के मार कर बाहर कर दिया गया। वह कार्यालय में बीमा राशि की जानकारी लेने के लिए आए थे। अधिकारी भोपाल में जाकर जानकारी लेने की बात कह रहे हैं। मैं बुजुर्ग किसान भोपाल कैसे जाऊंगा किसान ने रोते हुए यह भी बताया कि उसने एक महीने पहले कलेक्टर कार्यालय में फसल बीमा राशि नहीं मिलने को लेकर आवेदन दिया था।
इसके बाद उन्हें कहा गया कि भू लेखा अधिकारी कार्यालय में जाकर आवेदन दीजिए। यहां आवेदन देने पर भी कोई निराकरण नहीं हुआ है। जब किसान ने कहा कि समस्या का निराकरण करना ही नहीं था तो आवेदन क्यों लिया तो उसे धक्के मारकर कार्यालय से बाहर कर दिया गया। जामली में इस किसान की साढे सात एकड़ जमीन है। वर्ष 2020-21 में उसने फसल बीमा कराया था। किसान के अनुसार फसल बीमा की प्रीमियम 2700 रुपए बैंक द्वारा काटे गए थे। फसल बीमा राशि के लिए रो रहे इस बुजुर्ग किसान का वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय किसान संघ ने आक्रोश जताया है।
किसान संघ के पदाधिकारियों ने इस पूरे मामले में भू अभिलेख कार्यालय पहुंचकर हंगामा किया और गेट के ताले लगाकर अधिकारियों को बंधक बना लिया। करीब दस मिनिट तक यहां अधिकारियों को बंधक बनाकर रखा गया। इसके बाद किसान संघ के उपाध्यक्ष सुभाष पटेल ने पूरे मामले की जानकारी कलेक्टर अनूप कुमार सिंह को दी। फिर यहां से किसान अपर कलेक्टर शंकरलाल सिंघाड़े के पास पीड़ित किसान को लेकर पहुंचे और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की। विदित हो कि 12 फरवरी को प्रदेशभर के किसानों के खातों में फसल बीमा योजना की राशि ट्रांसफर की थी।
इस दिन दावा किया गया था कि खंडवा के 1 लाख 43456 किसानों के खातों में 172 करोड़ रुपये सीएम द्वारा सिंगल क्लिक से ट्रांसफर किए गए हैं लेकिन वास्तविक स्थिति कुछ और ही बयां कर रही है। जिले में कई किसान ऐसे हैं जिनके खातों में पंद्रह दिन बीत जाने के बाद भी फसल बीमा योजना की राशि नहीं आई है। ग्राम पोखरकला के किसान सुंदर पटेल का कहना है कि सहकारी बैंक में खाता है। पांच एकड़ में सोयाबीन की फसल लगाई थी जो नष्ट हो गई थी। फसल बीमा की राशि नहीं आई है। ग्राम बावड़िया काजी के किसान लक्ष्मीनारायण श्रीराम ने कहा कि सीएम द्वारा 172 करोड़ रुपये किसानों के खातों में ट्रांसफर किए जाने के बाद से मोबाइल पर मैसेज आने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन खाते में बीमा राशि पहुंचने का कोई मैसेज बैंक से नहीं आया है।