CM के कार्यक्रम में दिखा छेड़छाड़ का आरोपी अधिकारी – महिला कर्मचारी ने शिकायत में कहा था- ऑफिस में देर रात तक रोकता है, गंदा है…

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम में छेड़छाड़ का आरोपी अधिकारी शामिल हुआ। CM बुधवार को भोपाल के कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (ओल्ड कैंपियन, अरेरा कॉलोनी) में 12 से 14 साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन का शुभारंभ करने पहुंचे थे। यहां बच्चों के साथ क्लिक एक फोटो में स्कूल शिक्षा विभाग के शिक्षा केंद्र (डीपीसी) भोपाल में छेड़खानी के आरोपों से घिरे जिला परियोजना समन्वयक राजेश बाथम भी दिखे।

इसे लेकर कांग्रेस ने निशाना साधते हुए इसे आपत्तिजनक बताया है। मुख्यमंत्री ने बुधवार को ही अपने बयान में कहा था कि जो बेटी, मां, बहनों की तरफ गलत नजर उठाता है। उसके लिए सामान्य सजा पर्याप्त नहीं है। जमानत हुई और फिर आ गए, अब हम ऐसा सबक सिखाएंगे कि अपराधी कांप जाएंगे। कानून सजा देगा, लेकिन बुलडोजर भी चलेगा।

बाथम के खिलाफ कोहेफिजा थाने में छेड़छाड़ का मामला दर्ज है। पीड़ित महिला 2017 से ऑफिस में कार्यरत है। महिला ने अपनी शिकायत में कहा था कि कोरोना के दौरान बाथम सिर्फ उसे ही ऑफिस बुलाते थे। इस दौरान बाथम उससे छेड़छाड़ करते थे। गंदी बातें और अश्लील हरकतें करते थे। उसे लेट नाइट तक दफ्तर में रोके रहते थे। विरोध करने पर परेशान किया जाने लगा। इसी से परेशान होकर उसने पहले विभाग में इसकी शिकायत की। बाद में केस कराया।

कांग्रेस ने लिखा

अब तक यह हुआ

पुलिस ने 4 महीने की जांच के बाद मामला दर्ज किया

महिला ने राजेश के खिलाफ 6 महीने पहले कोहेफिजा पुलिस थाने में छेड़छाड़ की शिकायत थी। पुलिस भी इस मामले को विभाग की जांच रिपोर्ट का आने का हवाला देते हुए लटकाई रही। इस बीच महिला के कई जांच समितियों ने पूछताछ कर बयान लिए। शिकायत के 4 महीने बाद कोहेफिजा पुलिस ने बाथम के खिलाफ मामला दर्ज किया। गिरफ्तारी नहीं हुई।

महिला पर लगातार दबाव बनाया गया

महिला ने 7 महीने पहले जिला परियोजना समन्वयक बाथम के खिलाफ कार्यस्थल में प्रताड़ना और छेड़छाड़ की शिकायत विभाग से की थी। बाथम के अंडर में ही काम करने वाले कर्मचारियों की ही जांच समिति बनाए जाने से नाराज महिला ने बयान देने से मना कर दिया था। इसके बाद जेडी के निर्देश पर एक कमेटी ने महिला के बयान लिए। कलेक्टर ने भी एक कमेटी बनाकर महिला के बयान लिए।

जेडी की समिति ने भी पूछताछ की

अध्यापक संघ ने इस मामले में मुख्यमंत्री को एक लेटर लिखकर शिकायत की थी। इसके बाद ही जेडी ऑफिस से जिला स्तरीय समिति बना दी गई। जेडी राजीव तोमर ने सहायक संचालक जेडी ऑफिस कृष्णा परते के नेतृत्व में 4 सदस्यीय टीम बनाई थी। टीम ने अपनी रिपोर्ट विभाग को सौंप दी थी। महिला से ऑफिस में ही पूछताछ की। इसके अलावा उससे लिखित में भी जवाब लिए थे। महिला का डीपीसी में राजेश बाथम से आमना-सामने कराने तक का प्रयास किया था। महिला ने ऐसा करने से मना कर दिया है।

कलेक्टर ने भी समिति बनाई थी

कहीं से सुनवाई नहीं होते देख महिला ने इसकी शिकायत कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय तक में की। कलेक्टर द्वारा बनाई गई समिति ने महिला के बयान लिए थे। यह बयान डीपीसी में लिए गए थे।

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