उज्जैन । ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना अंतर्गत गत दिवस महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कालिदास कन्या महाविद्यालय में अध्ययनरत स्नातक तृतीय वर्ष की बालिकाओं की कैरियर काउंसलिंग का आयोजन महाविद्यालय के शताब्दी हॉल में किया गया| कार्यक्रम में रोजगार कार्यालय की काउंसलर श्रीमती शोभा पोपली द्वारा समस्त बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हर व्यक्ति का उद्देश्य अलग-अलग होता है। उसी अनुसार उद्देश्य की प्राप्ति हेतु योजना तैयार की जाती है। यदि हम एक बार विफल हो भी जाते हैं तो निराश न हों, दोबारा दोगुने जज्बे के साथ प्रयास करेंI साथ ही श्रीमती पोपली द्वारा कैरियर के विभिन्न आयामों से छात्राओं को अवगत करवाया गयाI बालिकाओं को शिक्षा के महत्व को बताया। साथ ही लक्ष्य निर्धारण में विद्यार्थियों को अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि नजरअंदाज नहीं करना चाहिएI परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने से बालिकाएं बीच में शिक्षा छोड़ देती हैं| शिक्षा ग्रहण करने का उद्देश्य सिर्फ नौकरी पाना ही न रखें, अपने ज्ञानवर्धन एवं कुशल व्यक्तित्व विकास हेतु शिक्षा अत्यन्त आवश्यक है| सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास श्री साबिर अहमद सिद्धिकी द्वारा बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि कलम ही विद्यार्थी की ताकत होती है। बालिकाओं को अपने कैरियर के क्षेत्र में चुनौतियों से सामना करने हेतु आवश्यक है कि उनकी कैरियर काउंसलिंग हो| अध्ययनरत बालिकाओं के लिए यह आवश्यक है की अपनी क्षमता की पहचान कर अपने कैरियर का चुनाव करें I साथ ही उपस्थित बालिकाओं को आत्मसुरक्षा हेतु पेपर स्प्रे भी वितरित किये गएI
कार्यक्रम का संचालन म.बा.वि. उज्जैन की विधि सह परिवीक्षा अधिकारी श्रीमती प्रियंका त्रिपाठी द्वारा किया गया| काउंसलिंग सत्र में 70 बालिकाएं उपस्थित रहीI कार्यक्रम में कालिदास महाविद्यालय के प्राध्यापक श्री महेंद्र कुमार जैन सामाजिक कार्यकर्ता श्री गौरव मित्तल व श्री संतोष पंवार उपस्थित थे |