राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सहयोगी संगठन प्रज्ञा प्रवाह की दो दिवसीय अखिल भारतीय चिंतन बैठक आज से भोपाल में शुरू हो गई है। इस बैठक “हिंदुत्व का वैश्विक पुनरुत्थान’ विषय पर चर्चा रखी गई है। इसमें देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, ख्यातिलब्ध इतिहासकार, अर्थशास्त्री एवं अकादमिक जगत के कई बुद्धिजीवी भाग ले रहे हैं। अखिल भारतीय चिंतन बैठक में प्रतिभागियों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहनराव भागवत तथा सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले भी शामिल हुए हैं।
इंडियन नॉलेज सिस्टम को स्कूली व उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम में किस तरह शामिल शामिल किया जा सकता, इस पर चर्चा की जा सकती है। अमेरिका समेत कई देशों के लोग इंडियन नॉलेज सिस्टम (आईकेएस) के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं। अमेरिका और यूरोप में कई संगठन आईकेएस पर पाठ्यक्रम चला रहे हैं। इन पाठ्यक्रमों में हजारों विदेशी छात्रों और प्रोफेसरों ने प्रवेश लिया है।
बताया गया कि इन दिनों विश्व के विभिन्न भागों के लोग हिंदुत्व की ओर पुनः आकर्षित हो रहे हैं। हिंदू जीवन शैली का आग्रह, रुझान और पालन बढ़ता दिख रहा है। यह आकर्षण विशेषकर COVID त्रासदी के बाद और तेज हो गया था। विश्व स्तर पर, योग और आयुर्वेद में रुचि लेने वाले विदेशियों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। इस चिंतन बैठक में इन विषयों को एजेंडा में शामिल किया गया है। इन दो दिन तक विमर्श किया जाएगा।