शहर में राम वन प्रोजेक्ट के तहत 4 स्थानों पर साढ़े चार लाख से ज्यादा पौधे लगाए जाएंगे। सभी पौधे मध्यप्रदेश की मूल प्रजाति के होंगे। इन पौधों को सुरक्षित व संरक्षित भी किया जाएगा। इन पेड़ों में जो भी फल या उपज होगी, उसके लिए हार्वेस्टिंग नहीं होगी। ऐसे में यहां के फल सिर्फ पशु-पक्षी ही खाएंगे।
पक्षियों द्वारा खाए गए फल और बीज सीधे जमीन पर गिरेंगे, जिससे नेचुरल जंगल की तरह राम वन तैयार होगा। इसके लिए राम आस्था मिशन फाउंडेशन, जिला प्रशासन और नगर निगम के बीच अनुबंध हुआ है। जैव विविधता दिवस यानी रविवार से यह प्रोजेक्ट शुरू हो रहा है। इसके तहत बनने वाला राम वन ऑक्सीजन बैंक की तरह काम करेगा। यह पहला ऐसा प्रोजेक्ट होगा जिसमें नगर निगम कार्बन क्रेडिट लेगा।
- कलियासोत, एयरपोर्ट रोड, भौंरी पुलिस अकादमी, सूखी सेवनिया में होगा पौधरोपण
- पक्षियों द्वारा खाए गए फल और बीज जमीन पर गिरेंगे, जिससे विकसित होगा राम वन
फाउंडेशन ही लेगा पौधों के 100% सर्वाइवल की जिम्मेदारी
पौधरोपण के लिए 62 प्रजाति के पौधों का चयन हुआ है। इस प्रोजेक्ट के तहत कलियासोत, एयरपोर्ट रोड,पुलिस अकादमी भौंरी, सूखी सेवनियां की गौशाला भूमि क्षेत्र को शामिल किया गया है। इन जगहों पर सघन राम वन तैयार किया जाएगा।
हर साइट पर 1.10 लाख पौधे… रविवार से शुरू हो रहे राम वन प्रोजक्ट में हर साइट पर एक लाख 10 हजार पौधे लगाए जाएंगे। इन पौधों का रिकॉर्ड भी रखा जाएगा। यदि कोई पौधा मरता है तो उसकी जगह पर उसी उम्र का दूसरा पौधा लगाया जाएगा।
क्या है कार्बन क्रेडिट
कार्बन बाजार के तहत दुनिया के विभिन्न देश या कंपनियों को उनके द्वारा ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी के चलते एक प्रमाण मिलता है। जिसे सर्टिफाइड ईमिशन रिडेक्शन या कार्बन क्रेडिट कहा जाता है। इसके आधार पर खरीदारी की जा सकती है।
राम आस्था मिशन शहर में पहला ऐसा प्रोजेक्ट ला रहे है, जिसमें पौधों के 100% सर्वाइवल की जिम्मेदारी इसी फाउंडेशन की होगी। -लब्धि शाह, प्रोजेक्ट प्रभारी, राम आस्था मिशन फाउंडेशन