काम ऐसा बचा नहीं, जो इसने किया नहीं 5 साल में 8 कंपनियों का मालिक बना भोपाल का इंजीनियर, 1 रुपए के कागज से करोड़ों कमाए

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उम्र 28 साल, योग्यता इंजीनियर। ऐसा कोई काम नहीं, जो इसने किया नहीं। शादी पार्टी में कैटरिंग से लेकर हॉस्टल, होटल, एजुकेशन, कंस्ट्रक्शन, इंटरप्राइजेस और साप्ताहिक पत्रिका का संचालन तक का कारोबार। महज 5 साल में ही वह 8 से ज्यादा कंपनियों का मालिक बना। सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन ज्यादा लालच में मेडिकल कॉलेज में फर्जी नियुक्ति पत्र देना शुरू कर दिया। यह गोरखधंधा भी चल निकला। करोड़ों की कमाई भी हो गई, लेकिन अब सलाखों के पीछे है।

जल्द से जल्द करोड़पति बनने की चाह में भोपाल का इंजीनियर नटवरलाल बन गया। अब सलाखों के पीछे पहुंच गया। उसे क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ में ये खुलासे उसने ही किए हैं।

आरोपी ने खुद का करोड़ों का आलीशान बंगला भी खड़ा कर लिया। पैसों की उसकी दीवानगी यहीं नहीं रुकी, उसने दतिया मेडिकल कॉलेज में नियुक्ति दिलाने का फर्जीवाड़ा कर महज 5 साल में ही करोड़ों रुपए लोगों से ठग लिए। अब तक 200 लोगों से रुपए लेने का खुलासा हुआ है, जबकि करीब 400 लोगों के लेने-देने के दस्तावेज भी मिले हैं। वह जल्द ही बड़े स्तर पर एक अखबार लॉन्च करने की तैयारी में था।

जल्द ही लाना चाहता था अखबार

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त शैलेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि कोटरा सुल्तानाबाद कमला नगर में बॉयज होस्टल चलाने वाले आशु कुमार पांडे के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत 20 मई को मिली थी। मूलत: बिहार का रहने वाला आशु कंप्यूटर साइंस से बीई है। उस पर आरोप था कि उसने दतिया मेडिकल कॉलेज के फर्जी नियुक्ति पत्र देकर रुपए लिए हैं। उसके बाद से ही पुलिस उसके पीछे लग गई। पांच दिन पहले टीम ने पाण्डेय बॉयज होस्टल के आफिस में फर्जी दस्तावेज के साथ उसे गिरफ्तार किया।पूछताछ में उसने बताया कि फर्जी दस्तावेज बनाकर नियुक्ति दतिया के मेडिकल कॉलेज का नियुक्ति पत्र देता था। वह कंप्यूटर से फर्जी तरीके से लेटर हेड तैयार कर लोगों से 3 लाख रुपए से लेकर 5 लाख रुपए तक लेता था।अब तक उसने 200 से ज्यादा लोगों से रुपए लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र बांटना बताया है। इसके अलावा उसके पास से करीब 400 लोगों के पत्र भी मिले हैं। जिन लोगों से वह पैसे लेने की फिराक में था। उसने बताया कि वह जल्द ही एक अखबार लॉन्च करने वाला था।

दतिया के मेडिकल कॉलेज के नियुक्त पत्र दिए

आशु के ऑफिस से शासकीय चिकित्सा कॉलेज दतिया के लेटर हेड पर विभिन्न पदों की नियुक्ति संबंधी आदेश, साक्षात्कार के लिए उपस्थित होने के पत्र, नियुक्ति प्रमाण पत्र, फर्जी आई कार्ड जिनमें अधिष्ठाता शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दतिया मध्यप्रदेश की सील लगी हुई। 2 रजिस्टर व एक कंप्यूटर से निकल प्रिंट की सूची, 2 डेस्कटॉप कंप्यूटर मिले हैं।उसने बताया कि वर्ष 2018-19 में दतिया मेडिकल कॉलेज में विभिन्न पदों पर लोवर ग्रेड क्लर्क, ड्राइवर पद, लाइब्रेरियन, सफाई कर्मी, लेब अटेंडेंट समेत कई पद निकले थे। वह चयनित उम्मीदवार के लिए फर्जी नियुक्ति आदेश, साक्षात्कार के लिए पत्र एवं नियुक्त प्रमाण पत्र बनाकर देता था।

यह बिजनेस चला रहा था

  • सिंह कैटरर्स
  • पांडे बॉयज होस्टल
  • होटल सिंह विला
  • सिंह एजुकेशन एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी
  • सिंह कंस्ट्रक्शन
  • अनमोल राग (हिंदी मासिक पत्रिका)
  • सिंह इंटरप्राइजेज

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