भोपाल के 8वीं के छात्र अभिनव कुमार ने देश भर से चुने गए 153 यंग साइंटिस्ट में अपनी जगह बनाई। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (इसरो) के युवा विज्ञानी कार्यक्रम के तहत 99 हजार छात्रों ने हिस्सा लिया था। अभिनव को ऑनलाइन एग्जाम में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के आधार पर चुना गया। इसरो के हैदराबाद केंद्र में 17 दिन तक स्पेस को करीब से जानने के बाद अब अभिनव भी एक साइंटेस्ट बनना चाहता है। अभिनव कहता है कि उसका जैसे सपना पूरा हो गया। इसरो लोगों की भलाई के लिए काम करता है। डीप स्पेस एक्सप्लोरेशन पर काम करना चाहता हूं। ताकि लोगों के लिए काम कर सकूंगा।
इस तरह चयन किया गया
इसरो की वेबसाइट पर इसकी जानकारी होती है। वह यंग साइंटिस्ट कार्यक्रम के लिए ऑनलाइन आवेदन लेता है। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया कुल चार चरणों में होती है। रजिस्ट्रेशन पूरा करने के लिए सभी चार चरणों को पूरा करना होता है। परीक्षा में शामिल होने के लिए प्रमाणपत्रों की पूरी जानकारी देना होता है। ई-मेल पंजीकरण के 48 घंटे के अंदर ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी में भाग लेना होता है।
150 छात्र-छात्राओं का चयन होता है
देश भर के 8वीं के 150 छात्र / छात्राओं का चयन किया जाता है। इन्हें देश के 5 सेंटर पर ले जाया जाता है। चयनित छात्रों को 15 दिन प्रमुख वैज्ञानिकों के लेक्चर और मशीनों के बारे में जानकारी दी जाती है। इस दौरान छात्रों को इसरो में ही रहना होता है। सुबह 6 बजे योगा से शुरुआत होती है। सुबह 10 बजे से लेक्चर और इसरो सेंटर में विजिट कराई जाती है।
यह जरूरी
कक्षा 8वीं की परीक्षा के प्राप्तांक बीते 3 सालों में ओलमपिआड / विज्ञान प्रतियोगिताओं तथा समकक्ष में पुरस्कार बीते 3 सालों में स्कूल/सरकार/संस्थाओं/पंजीकृत खेलकूद संघ (विगत 3 वर्षों में स्कूल/जिला/राज्य एवं उससे ऊपर के स्तर में 1 से 3 रैंक) द्वारा आयोजित खेलकूद बीते 3 सालों में (स्कूल/जिला/राज्य/केंद्र सरकार के प्राधिकरण द्वारा आयोजित स्कूल/जिला/राज्य एवं उससे ऊपर के स्तर पर) वैज्ञानिक कार्यक्रमों में प्रतिभागिता। प्रतियोगिताओं के विजेता। ऑनलाइन खेलों के विजेताओं पर विचार नहीं किया जाएगा। विगत तीन वर्षों में स्काउट एवं गाइड / एन.सी.सी. / एन.एस.एस. के सदस्य ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी में प्रदर्शन पंचायती क्षेत्र में स्थित स्कूलों में अध्ययनरत छात्रों / छात्राओं को विशेष महत्व प्रदान दिया जाता है