सागर के बांदरी में दुष्कर्म की शिकार हुई आदिवासी नाबालिग काे 8 माह का गर्भ ठहर गया। मामले की भनक लगते ही आरोपी की मां ने सागर के लाजपतपुरा स्थित एक भाजपा नेत्री की अवैध क्लीनिक पर उसका गर्भपात करा दिया। गर्भपात के दूसरे दिन उसकी तबीयत बिगड़ने पर बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दाैरान नाबालिग की माैत हाे गई। पूरा मामला मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सामने आया। मामला सामने आते ही पुलिस हरकत में आई और कार्रवाई शुरू की। शुक्रवार काे खुरई एसडीओपी सुमित किरकेट्टा बांदरी पुलिस टीम के साथ सागर पहुंचे। जहां कार्रवाई करते हुए क्लीनिक काे सील किया गया। मामले में पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपी, उसकी मां और क्लीनिक का संचालन कर रही भाजपा नेत्री प्रमिला मौर्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। आरोपियों से पूछताछ चल रही है।
खुरई एसडीओपी सुमित किरकेट्टा ने बताया कि घटना 8 महीने पहले की है। बांदरी थाना क्षेत्र के एक गांव की 15 वर्षीय नाबालिग के साथ आरोपी सोनू चढ़ार ने दुष्कर्म किया था। उसे गर्भ ठहर गया। यह बात परिवार वालों को पता चली। लेकिन उन्होंने पुलिस काे नहीं बताई। 8 महीने के गर्भ के बाद आरोपी की मां गुड्डीबाई चढ़ार ने नाबालिग का गर्भपात कराने की प्लानिंग की। वे अपने परिचितों के जरिए सागर के लाजपतपुरा की प्रमिला मौर्य से मिलीं। उनकी क्लीनिक पर 24 मई काे गर्भपात कराया गया। 25 मई काे लड़की की तबीयत बिगड़ने लगी ताे उसे बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा गया। जहां उसकी माैत हाे गई।
प्रमिला मौर्य की क्लीनिक अवैध रूप से चल रही है। उनके पास काेई प्रैक्टिस से जुड़े दस्तावेज नहीं मिले। उनसे इस पूरे मामले में पूछताछ चल रही है। पुलिस ने आरोपी सोनू चढ़ार, उसकी मां गुड्डी बाई के खिलाफ पॉक्सो एक्ट, धारा 376 और प्रमिला मौर्य के खिलाफ धारा 314 (गर्भपात के बाद माैत) के तहत प्रकरण दर्ज किया है। एसडीओपी किरकेट्टा के अनुसार परिवार वाले और आरोपी की मां दुष्कर्म और उसके बाद गर्भपात की बात छिपाए रहे थे। तबीयत बिगड़ने पर बीमारी के बहाने नाबालिग को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां उसकी मौत हो गई। जब नाबालिग का पोस्टमार्टम हुआ ताे रिपोर्ट में गर्भपात की पुष्टि हुई। इसके बाद मामले में केस दर्ज कर क्लीनिक काे सील कराया है।