सादलपुर क्षेत्र के कलसाडा बुजुर्ग गांव में मिली लाश की पहचान परिवार के लोगों ने कर दी हैं, युवक 15 दिन पहले भोपाल से लापता हुआ था। जिसके बाद से ही तलाश जारी थी, युवक मजदूरी के लिए धार मजदूरी के लिए आता था। इसी बीच युवक का शव तिरपाल में लपटा हुआ मिला। मृतक के पिता ने हुलिया और चेहरे के आधार पर बेटे की पहचान की। ऐसे में पहचान होने के बाद पुलिस ने हत्या का मामल दर्ज कर जांच शुरु कर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए सादलपुर थाने की एक विशेष टीम हत्यारों की तलाश में जुटी।
दरअसल 1 जून को हाईवे किनारे खेत में पेड़ के नीचे तिरपाल में लिपटा हुआ शव मिला था, जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव की पहचान को लेकर आसपास के गांवों में सूचना की गई। लेकिन पहचान नहीं होने के बाद शव को धार अस्पताल के मर्च्यूरी रुम में रख दिया गया था, इधर पीएम के बाद मर्ग कायम कर पुलिस ने अज्ञात युवक के परिजनों की तलाश शुरु की। मशक्कत के बाद भोपाल से परिजन धार पहुंचे। मृतक की पहचान राजा उर्फ राजू पिता रमेश गौंड निवास उमरिया-सींधी के रूप में हुई है। पिता रमेश निवासी गौंड ने बेटे राजा को देख पहचान लिया। पुलिस ने शिनाख्त होने पर पंचनामा बनाकर शव परिजनों के सौंप दिया।
सिर में गंभीर चोट से हुई मौत
जानकारी के अनुसार राजा पंद्रह दिन पहले भोपाल से लापता हुआ था। पिता व अन्य सदस्य भोपाल में मजदूरी कर रहे थे। इसके बाद राजा धार आ गया। परिजनों के मुताबिक राजा मानसिक रूप में कमजोर था। इस कारण धार के समीप गुणावद स्थित एक संत के आश्रम में राजा को परिजनों ने छोड़ा था, ताकि वह ठीक हो जाएगा। लेकिन सुधार नहीं होने के कारण संत ने उसे दो महिने पहले घर भेज दिया। इसके बाद भी राजा का धार आना-जाना बताया लगा रहा। 15 दिन पहले भोपाल से राजा के गायब होने के बाद अब वह मृत अवस्था में मिला है। इधर प्रारंभिक पीएम रिपोर्ट में राजा के सिर आई चोट के कारण उसकी मौत हुई है।