दशकों बाद शहर में पुराने जल संसाधनों की जल इकट्ठा करने की क्षमता बढ़ाने के लिए विस्तारीकरण किया जाना है। अभी तक पेयजल आपूर्ति वाले तालाबों में गाद निकालने और गहरीकरण जैसे आम कार्य किए जाते थे। पहली मर्तबा धार शहर में पेयजल आपूर्ति के मुख्य स्रोतों में शामिल नयापुरा तालाब को नगरपालिका क्षेत्रफल बढाने वाली है। इसका ना सिर्फ गहरीकरण किया जाएगा, बल्कि तालाब में जल संग्रहण की क्षमता दोगुनी करने के लिए तालाब के आसपास की सरकारी जमीन का इस्तेमाल भी किया जाएगा। साथ ही नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण ने माईक्रो उद्वहन सिंचाई योजना से गर्मियों में धार को नर्मदा का पानी देने के लिए एनओसी दे दी है। अब शासन से स्वीकृति का इंतजार है। शहर में 4 स्थानों पर नई टंकियां भी बनाई जाएगी।
बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए बनाई योजना
अमृत 2.0 योजना में धार का चयन हुआ है। केन्द्र सरकार की इस योजना में शहर की पेयजल व्यवस्था को आगामी 50 सालों की आबादी को ध्यान रखते हुए बेहतर करने के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है। इसके लिए कंसलटेंसी फर्म भी सर्वे कर चुकी है। कंसलटेंसी फर्म के लोगों ने योजना के तहत प्रस्तावित किए गए कार्यों को लेकर तालाब साइट विजिट की है। वही सीएमओ निशिकांत शुक्ला के साथ विचार-विमर्श किया। इस दौरान सीएमओ द्वारा उन्हें कुछ कामों को प्राथमिकता के आधार पर शामिल करने के लिए निर्देशित किया गया। योजना के तहत होने वाले कामों की संपूर्ण डीपीआर तैयार की गई है।
हर घर नल से जल का प्रयास
योजना के तहत शहर में पेयजल लाईन से छूटे क्षेत्रों में लाइन बिछाने के लिए सर्वे किया जा रहा है। वही दशकों पुरानी शहर के मध्य क्षेत्रों की आपूर्ति लाइन भी बदली जाएगी। सीएमओ श्री शुक्ला ने बताया कि हमारी कोशिश है कि हम केन्द्र सरकार के उद्देश्य के तहत हर घर नल से जल पहुंचाने का काम करें। योजना में हमने भविष्य में शहर के विस्तारित और विकसित होने वाले क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए बड़ी सप्लाय टंकियों के निर्माण को भी प्रस्तावित किया है। साथ ही लैंडिया तालाब पर प्राकृतिक रूप से वॉटर ट्रीटमेंट को लेकर भी विमर्श चल रहा है।