20 सरपंच और 7060 पंच निर्विरोध चुने गए बगैर चुनाव पंच-सरपंच चयन पर विकास के लिए सरकार देगी 5-15 लाख की राशि

पंचायत चुनाव को लेकर रविवार दोपहर के समय निर्वाचन कार्यालय से सरपंच और पंच निर्विरोध और रिक्त पदों को लेकर जानकारी स्पष्ट कर दी गई। जिले में करीब 20 सरपंच निर्विरोध चुन कर आए हैं इन स्थानों पर अब चुनाव नही होगा। हालांकि जिले में 3 पंचायते ऐसी भी है जहां पर कोई भी नामांकन पत्र प्राप्त नहीं हुआ था, ऐसे में इन तीन पंचायतों में वर्तमान में चुनाव प्रक्रिया नहीं होगी। जिले में सबसे अधिक निर्विरोध 8 सरपंच धार जनपद क्षेत्र में चुने गए हैं। इसी तरह धरमपुरी में 2, मनावर में 2, निसरपुर में 4, बाकानेर में 1, नालछा में 2 और तिरला में एक सरपंच निर्विरोध हुआ है। इसके अलावा गंधवानी, बदनावर, डही, बाग, कुक्षी व सरदापुर में ग्रामीणों में एक सहमति नहीं होने पर कोई भी निर्विरोध चुनकर नहीं आया है।

दरअसल ग्रामीण क्षेत्रों में गांव की सरकार चुनने के दौरान कई लोगों में आपसी मनमुटाव होता है। चुनाव के बाद भी लोग इसको रंजिश के रूप में रखते है, लेकिन अब समय बदल चुका है। गांवों में चुनावी माहौल के बजाय एक सहमति कर पांच साल के लिए एक ही नाम पर मोहर लगा देते है। इसको लेकर गांव के लोग बैठक कर सरपंच और पंच के नाम को लेकर आपसी सहमति से तय कर लेते हैं। तय होने के बाद मात्र एक व्यक्ति ही पूरे गांव की ओर से नाम निर्देशन पत्र जमा करता है। जिसके बाद फॉर्म उठाने की तारीख के बाद निर्वाचन कार्यालय से ऐसी पंचायतों से खड़े हुए उम्मीदवार को निर्विरोध घोषित कर देती है। हालांकि जिले की 763 पंचायतों में से मात्र 20 पंचायत ऐसी है, जहां पर निर्विरोध की स्थिति बनी है। शेष सभी स्थानों पर जिले में अब तीन चरणों में चुनाव होगा।

7 हजार पंचो को लेकर नहीं होगा चुनाव

जिला निर्वाचन कार्यालय प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में सरपंचों के साथ में हजारों की संख्या में पंच भी निर्विरोध चुनकर आ चुके है। बदनावर ब्लॉक में सबसे ज्यादा 937 पंच व सबसे कम धार में 330 पंच निर्विरोध घोषित कर दिए गए हैं। साथ ही धरमपुरी में 515, मनावर में 593, गंधवानी में 571, निसरपुर में 391, डही में 580, बाग में 540, कुक्षी में 447, बाकानेर में 658, नालछा में 438, तिरला में 352, सरदापुर में 708 कुल 7 हज़ार 60 पंच निर्विरोध हुए है। हालांकि अभी 910 पंचों पर अप्राप्त नामांकन होने से यहां पर भी पंचों के लिए कोई चुनाव नहीं होगा।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी नेहा शिवहरे के अनुसार मध्यप्रदेश शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग भोपाल के आदेशानुसार पंचायत पदाधिकारियों के निर्विरोध निर्वाचन को प्रोत्साहित करने एवं सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने वाली पंचायतों को पुरस्कृत करने के लिए पुरस्कार योजना लागू की है। जिसमें निर्विरोध निर्वाचन होने पर प्रोत्साहन राशि निर्धारित की गई है। ऐसी पंचायत जिसके सरपंच निर्विरोध निर्वाचित हुए उन्हें 5 लाख रूपए की पुरस्कार राशि, सरपंच पद हेतु वर्तमान निर्वाचन एवं पिछला निर्वाचन निरंतर निर्विरोध रूप से होने पर 7 लाख रूपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी। ऐसी ग्राम पंचायत जिसके सरपंच तथा सभी पंच निर्विरोध निर्वाचित हुए उन्हें 7 लाख रुपए की पुरस्कार राशि, ऐसी ग्राम पंचायत जिसके सरपंच तथा सभी पंच महिला निर्वाचित हुए उन्हें 12 लाख रुपए और ऐसी पंचायत जिसमें सरपंच एवं पंच के सभी पदों पर महिलाओं का निर्वाचन निर्विरोध हुए उन्हें 15 लाख रूपये की निर्विरोध निर्वाचन प्रोत्साहन राशि की पात्रता रहेगी।

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