छिंदवाड़ा से लगे ग्राम रोहना के शंकर खेड़ा में रहने वाले भारत यदुवंशी जम्मू में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान ग्रेनेड हमले से शहीद हो गए। भारत यदुवंशी के शहीद होने की खबर लगते ही पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ पड़ी।
अपने जवान बेटे इस शहादत की खबर लगते ही उनकी मां की तबीयत बिगड़ गई वही घर में उनकी पत्नी और बच्चों का भी रो-रो कर बुरा हाल है। छिंदवाड़ा के शंकर खेड़ा रहने वाले 28 वर्षीय भारत यदुवंशी ने साल 2015 में आर्मी जॉइन की थी।
बुधवार शाम को हुई थी मुठभेड़
भारत यदुवंशी जम्मू कश्मीर के दुर्ग मुला क्षेत्र के कुपवाड़ा में सुरक्षा बलों के साथ तैनात थे। यहां उनकी बुधवार शाम को आतंकियों से मुठभेड़ हो गई। वे ग्रेनेड के हमले से बुरी तरह घायल हो गए थे। देश की रक्षा करते-करते उन्होंने अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
शनिवार को होगा अंतिम संस्कार
परिजन के मुताबिक शहीद भारत यदुवंशी का शव शनिवार को छिंदवाड़ा पहुंचेगा, जहां उनका पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। भारत के शहीद होने की खबर लगते ही पूरे जिले भर में शोक की लहर है वही काफी संख्या में लोग उनके घर पर इकट्ठा हो गए तथा शोक संतप्त परिवार को अपनी संवेदना व्यक्त कर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
गर्भवती पत्नी की हालत बिगड़ी, मां भी हुई बेसुध
देश की सेवा के लिए प्राण न्योछावर करने वाले भारत यदुवंशी की धर्म पत्नी उर्मिला यदुवंशी की हालत बिगड़ गई है। उर्मिला 4 माह की गर्भवती है ऐसे में पति के निधन की खबर लगते ही उनकी तबीयत बिगड़ गई ।
उर्मिला के साथ उनकी दो छोटी-छोटी बेटियां भी रो-रोकर बेहाल हो गई है। वही अपने बेटे के शहीद होने की खबर सुनते ही उनकी मां श्रीमती सुशीला यदुवंशी की तबीयत खराब हो गई।
उनके पिता ओंकार यदुवंशी के आंसू नहीं रुक रहे हैं। अपने पति की मौत की खबर से पत्नी उर्मिला यदुवंशी और दो मासूम बच्चे भी रो-रोकर बेसुध हो गए हैं।
छोटा भाई भी फौज में
देश की सरहद पर आतंकवादियों के ग्रेनेडके ग्रेनाइट का निशाना बने भारत यदुवंशी का छोटा भाई नारद यदुवंशी भी बारामुला डिस्टिक में भारत मां की सेवा में सरहद पर तैनात है। उनके पिता ओमकार यदुवंशी की 6 एकड़ जमीन है।
जिससे वह खेती किसानी कर अपने परिवार का निर्वहन करते हैं वहीं उन्होंने देश सेवा के लिए अपने दोनों बेटे को सरहद पर भेजा था जिसमें से एक बेटा भारत मां की रक्षा के दौरान शहीद हो गया।