श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में एलईडी स्क्रीन लगाकर गर्भगृह के दर्शन कराने की व्यवस्था कर दी है।
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने हाल ही में महाकाल मंदिर परिसर में सवारी मार्ग प्रमुख के चैनल गेट पर बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई है। इस स्क्रीन के माध्यम से बाबा महाकाल के गर्भगृह से सीधे दर्शन होते हैं। श्रद्धालु बैरिकेड्स दर्शन करने के बाद परिसर में आते हैं तो एलईडी स्क्रीन के सामने गर्भ ग्रह के प्रत्यक्ष दर्शन कर अभिभूत हो जाते हैं। यह व्यवस्था श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए की गई है। हालांकि, श्रावण मास शुरू होने के बाद संभव है कि यहां से एलईडी हटा दी जाए। कारण है कि बाबा महाकाल की सवारी निकलने का यही मुख्य मार्ग है। भगवान महाकाल की पहली सवारी 18 जुलाई को मंदिर परिसर से शाम 4 बजे निकलेगी।
भस्म आरती के दौरान चलायमान दर्शन व्यवस्था
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष व कलेक्टर आशीष सिंह ने प्रबंध समिति की बैठक के दौरान निर्देश दिए थे कि भगवान महाकाल की भस्म आरती के दौरान अधिक श्रद्धालुओं को दर्शन कराने के उद्देश्य चलायमान दर्शन व्यवस्था चालू की जाए। हालांकि 12 जून से शुरू हुई यह व्यवस्था 1 सप्ताह के लिए ट्रायल के रूप में देखे जाना थी। जानकारी लगी है कि 1 सप्ताह के दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने भस्म आरती में चलते हुए भगवान महाकाल के दर्शन लाभ लिए वही श्रद्धालु भी खुश है। इसलिए संभव है कि चलायमान भस्म आरती दर्शन की व्यवस्था आगे भी जारी रहेगी।
व्यवस्था चालू रही तो श्रावण मास में दर्शनार्थियों को मिलेगा लाभ
श्री महाकालेश्वर मंदिर में शुरू हुई भस्म आरती के दौरान श्रद्धालुओं को चलाते हुए दर्शन कराने की व्यवस्था श्रद्धालुओं को भी रास आ गई है। प्रतिदिन भस्म आरती बुकिंग से वंचित हजारों श्रद्धालु दर्शन लाभ ले रहे हैं। ऐसे में यह व्यवस्था श्रावण मास के दौरान भी जारी रहेगी तो देशभर से आने वाले श्रद्धालु जो भगवान महाकाल की भस्म आरती के दर्शन के अभिलाषी होते हैं उन्हें भी इस व्यवस्था से दर्शन लाभ मिल सकेगा।