पति से लिपटकर फूट-फूटकर रोई प्रत्याशी, नाम वापसी के बाद बेसुध होकर जमीन पर गिरी, धमकी देकर फॉर्म उठवाने का आरोप

नगर निगम चुनाव में मेयर-पार्षद के नॉमिनेशन वापस लेने के दौरान बुधवार को राजधानी भोपाल और देवास में जमकर पॉलिटिकल ड्रामा देखने को मिला। देवास में निर्दलीय पार्षद के लिए पर्चा भरने वाली महिला नामांकन वापस लेने के बाद जमकर रोने लगी। रोते-रोते वह अचानक परिसर में बेसुध होकर सड़क पर गिर पड़ी। परिचित ने किसी के धमकाने पर नामांकन वापस लेने की बात कही।उधर, भोपाल के वार्ड 41 से कैंडिडेट शेख सलीम और उनकी बहू शेख नाजिया कलेक्टोरेट में धरने पर बैठ गए। शेख सलीम की कांग्रेस नेता मो. फहीद से नाम वापसी की बात पर विवाद हो गया था। नौबत झूमाझटकी और गाली-गलौज तक पहुंच गई। नाराज सलीम ने पूर्व महापौर सुनील सूद से खुद की जान को खतरा बताया और पुलिस से सुरक्षा मांगी। करीब आधे घंटे तक पॉलिटिकल ड्रामा चला।

देवास का पूरा घटनाक्रम

दीपिका पति जगदीश शर्मा निवासी कालानी बाग की रहने वाली हैं। उन्होंने वार्ड क्रमांक-19 से पार्षद पद के लिए निर्दलीय नामांकन जमा किया था। बुधवार को वह नाम वापसी के आखिरी दिन कलेक्ट्रेट पहुंचीं। वह डरी-सहमी थीं। नामांकन वापसी के बाद वह बाहर आईं और पति-परिवार से लिपटकर रोने लगीं। वह बहुत ज्यादा डरी हुई थीं। कुछ दूर जाकर कलेक्ट्रेट परिसर में ही बेसुध होकर सड़क पर गिर पड़ीं। मां को रोता देख बच्चा भी रोने लगा। दीपिका के परिचित का कहना था कि नामांकन वापसी के लिए कुछ लाेग धमका रहे थे।

भोपाल में भी जमकर ड्रामा
राजधानी के वार्ड-41 से कांग्रेस ने मंगलवार रात में ही टिकट बदला था। मो. फहीम की जगह मो. सगीर को टिकट दिया गया, जो चार बार के पार्षद रहे हैं। इसी वार्ड से शेख सलीम ने भी कांग्रेस से टिकट मांगा था, लेकिन कांग्रेस ने मो. सगीर को अधिकृत किया था। इसके चलते शेख सलीम बहू नाजिया के साथ नामांकन वापस लेने कलेक्टोरेट पहुंचे। उन्होंने नामांकन वापस भी ले लिया था और जा रहे थे कि उनकी मो. फहीम से तीखी नोंकझोंक हो गई। दरअसल, सलीम पूर्व महापौर सूद के बारे में कुछ कह रहे थे, जो समर्थक मो. फहीम को नागवार गुजरी। इस बात पर दोनों एक-दूसरे से भिड़ गए। बात गाली-गलौच और झूमाझटकी तक पहुंच गई।

सलीम का कहना था कि उन्हें टिकट दिया जाना था, लेकिन टिकट दूसरे को दे दिया गया, जबकि उन्होंने पहले ही फॉर्म भर दिया था। अब पूर्व महापौर सूद के दबाव में उन्होंने फॉर्म वापस लिया है। सलीम का आरोप है कि बड़े नेताओं से उन्हें जान का खतरा है, इसलिए पुलिस सुरक्षा दी जाए। करीब आधे घंटे के बाद मो. सलीम और उनकी बहू कोहेफिजा पुलिस के साथ वापस लौटे।

बागी नहीं माना तो विधायक मनाने पहुंचे, किसी ने मार दिया थप्पड़
कांग्रेस के एक बागी प्रत्याशी को मनाने के लिए विधायक पीसी शर्मा खुद कलेक्टोरेट पहुंच गए। ढाई बजे शर्मा पहुंचे, इस दौरान उनके समर्थक ने एक युवक को थप्पड़ मार दिया। इससे गहमागहमी का माहौल बन गया।

‘आप’ नेताओं का भी हंगामा
भोपाल में आम आदमी पार्टी के नेताओं ने भी हंगामा किया। वार्ड-53 से दावेदार सुनील अहिरवार और वार्ड-55 से दावेदार जमना प्रजापति ने पार्टी के भोपाल प्रभारी रघु राजन को घेरकर खूब खरी-खोटी सुनाई। सुनील और जमना का कहना था कि प्रभारी ने रुपए लेकर टिकट बेच दिए हैं। हमने एक दिन पहले ही शक्ति प्रदर्शन किया था, जिसके बाद हमें टिकट देने का भरोसा दिया था, लेकिन अब मेंडेट किसी दूसरे के नाम से जारी कर दिया।

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