गोंडवाना साम्राज्य की वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस के मौके जिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट तिराहे में स्थापित वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा स्थल में जाकर श्रद्धासुमन अर्पित किया। जिला कांग्रेस कमेटी सहायता केंद्र में सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धा सुमन करने के दौरान जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष वीरेंद्र बिहारी शुक्ला, जिला कांग्रेस कमेटी महामंत्री बृजेंद्र दीक्षित, जिला उपाध्यक्ष आलोक शर्मा, जिला उपाध्यक्ष रीतेश जैन पार्षद, प्रदेश प्रतिनिधि रमेश राज पाल, जिला प्रवक्ता अविनाश गौतम, जिला कांग्रेस संगठन मंत्री मुकेश तिवारी,अजय चंदेल, ए ए कुरैशी, रोहित बर्मन, पुष्पा महोबिया, गोविंद बनवासी, सहित कांग्रेस कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की है।
जिला कांग्रेस कमेटी सहायता केंद्र सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष वीरेंद्र बिहारी शुक्ला ने कहा कि गोंडवाना साम्राज्य की महारानी दुर्गावती का जन्म 5 अक्टूबर 1524 को दुर्गा अष्टमी के दिन हुआ था। दुर्गा अष्टमी के दिन जन्म होने के कारण आपका नाम दुर्गावती रखा गया था। बचपन से ही अदम्य साहस, शौर्यता, घुड़सवारी, तीरंदाजी,तलवारबाजी, का शौक महारानी दुर्गावती जी को था। महारानी दुर्गावती जी का विवाह गोंडवाना साम्राज्य के महाराजा संग्राम शाह के पुत्र दलपत शाह के साथ हुआ था। महारानी दुर्गावती जी के गोंडवाना साम्राज्य की कीर्ति संपूर्ण देश में फैल चुकी थी, महारानी के कुशल शासन में गोंडवाना साम्राज्य बहुत ही समृद्ध प्रगति की ओर बढ़ रहा था, जनता खुशहाल थी।
आज ही के दिन 24 जून को जबलपुर नरई नाला के पास महारानी दुर्गावती वीर गति को प्राप्त हुईं थीं, गोंडवाना साम्राज्य की महारानी दुर्गावती जी के बलिदान दिवस पर मैं श्री चरणों में नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।