श्रावण माह में बड़ी संख्या में श्रद्धालू कावड़ लेकर विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में जल अर्पित करने पहुंचते है। इसी क्रम में श्रावण माह की शुरुआत होते ही प्रति वर्ष कावड़ लेकर आने वाली समर्पण यात्रा में श्रद्धालु कावड़ लेकर महाकाल मंदिर पहुंचे। इस दौरान बड़ी संख्या में महिला पुरुष और बच्चे भी कावड़ लेकर सड़को पर शिव आराधना करते हुए निकले।
बारह ज्योतिलिंगो में से एक महाकाल मंदिर में श्रावण माह में आने वाली कावड़ यात्रा पर कोरोना के कारण दो वर्षों से यात्रा पर प्रतिबंध लगा था। प्रति वर्ष समर्पण कावड़ यात्रा समिति की और 1008 महामंडलेश्वर ईश्वर आनंद स्वामी महाराज उत्तम स्वामी की कावड़ यात्रा का सावन माह में आयोजन किया जाता है। दो वर्षों से प्रतीकात्मक रूप से निकालने के बाद अब कोरोना की बंदिशे खत्म हुई तो कावड़ यात्रा को हरी झंडी मिल गई। जिसके चलते शुक्रवार को त्रिवेणी घाट से महाकालेश्वर मंदिर तक का कावड़ यात्रा निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में भोलेनाथ के भक्त कावड़ में शिप्रा नदी का जल भरकर महाकाल मंदिर पर पहुंचे। इस दौरान बेंड बाजे और डीजे पर महाकाल के भजन के साथ भक़्त मंदिर पहुंचे।