भोपाल के बी.टेक. स्टूडेंट निशांक राठौर केस को पुलिस सुसाइड मान रही है। पुलिस का दावा है कि अब तक की जांच में ट्रेन से कटकर सुसाइड की बात सामने आ रही है। ASP अमृतलाल मीणा के मुताबिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी छात्र की मौत की वजह ट्रेन कटिंग (ट्रेन से कटकर) है। बॉडी पर किसी तरह के संघर्ष या चोट के निशान नहीं हैं। मोबाइल और दोस्तों के बयान में निशांक पर काफी उधारी होने की भी बात सामने आई है।
उधर, पुलिस की इस जांच पर निशांक के पिता ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि बेटे के मोबाइल से उन्हें जो मैसेज मिला, वो किसने किया। पिता की आशंका पर ASP का कहना है कि जांच तो सुसाइड की ओर ही इशारा कर रही है, लेकिन हम निशांक के पेरेंट्स और बहनों के भी बयान दर्ज करेंगे। इस मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई जाएगी।
रविवार रात मिला था शव
निशांक का शव भोपाल-नर्मदापुरम रेलवे ट्रैक पर रविवार रात शव मिला था। घटनास्थल मिडघाट बरखेड़ा के पास किराए पर ली गई स्कूटी और मोबाइल भी पुलिस को मिला था। इसी रात स्टूडेंट की इंस्टाग्राम ID से उसके पिता और दोस्तों के वॉट्सऐप पर एक स्क्रीनशॉट आया। इस पर स्टूडेंट की फोटो है। इस फोटो पर लिखा- गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सिर तन से जुदा…। इस मैसेज को लेकर ही पिता सवाल उठा रहे हैं। हालांकि सबूतों के आधार पर पुलिस फिर भी इसे सुसाइड बता रही है।
इन वजहों से पुलिस मान रही सुसाइड का मामला
- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह ट्रेन से कटने की पुष्टि हुई।
- जीटी एक्सप्रेस ट्रेन के लोको पायलेट ने शव ट्रैक पर पड़े होने की सूचना रविवार शाम सवा 6 बजे दी थी।
- शरीर पर किसी तरह की बाहरी चोट या संघर्ष के निशान नहीं मिले हैं।
- निशांक के खुद ही घटनास्थल तक पहुंचने की पुष्टि हो चुकी है। उसका अपहरण नहीं हुआ।
- नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट, कमेंट या लाइक उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स में नहीं मिला।
- दोस्त को फोन कर बहन के पास नर्मदापुरम जाने की बात कही थी।
- बहन से भी जब अंतिम बार बात हुई थी। तो उन्होंने भरोसा दिलाया था कि वह उसकी मदद करेंगी।
- निशांक डेढ़ महीने से कॉलेज नहीं जा रहा था। कॉलेज की 50 हजार रुपए फीस भी नहीं भरी।
- कुछ दोस्तों ने भी उधार दिए जाने की जानकारी दी है। निशांक ने क्रिप्टो करेंसी में भी रुपए लगाए थे।
- निशांक ने ही अपने फोटो वाली पोस्ट अंतिम बार पिता को भेजी थी। यह शाम 6 बजे के पहले थी।
- इसको लेकर उसके 4 दोस्तों से अंतिम बार चैट भी हुई। चैट में कहा- तेरा दोस्त शहीद हो गया।
पिता ने उठाए सवाल
उधर, निशांक के पिता उमाशंकर राठौर ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि उन्हें अंतिम समय किया गया मैसेज किसने और क्यों किया? पुलिस ने अब तक इसे जांच में क्यों नहीं लिया। जिस समय मैसेज किया गया, वो भी बेटे की मौत के समय के आसपास का ही है। उनके बेटे ने कभी भी उनसे इस तरह तनाव में रहने की बात नहीं कही। आखिरी बार उसने बताया था कि वह दीदी से मिलने जा रहा है। निशांक के पिता उमाशंकर राठौर हरदा में सहकारिता विभाग में पदस्थ हैं।
गृहमंत्री नरोत्तम बोले-एसआईटी से कराएंगे जांच
निशांक राठौर के सुसाइड केस में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान सामने आया है। मिश्रा ने कहा कि आज निशांक राठौर के मोबाइल की जांच भी की गई। मोबाइल में जो मैसेज परिवार को किया है वो मैसेज घटना के पहले का मैसेज है। इसे भी जांच में लिया गया है। आज हिन्दू जागरण मंच, मां भवानी संगठन, राष्ट्रभक्त युवा मंच के साथ ही कई संत महात्मा व मंदिर व झांकी समितियों के प्रतिनिधि मंडल मुझसे मिलने आए थे। उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की थी। इस मामले में एसआईटी गठित कर जांच करने के निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मृतक की कमर के ऊपर चोट के निशान नहीं है। रेल कटिंग की ही बात पीएम की रिपोर्ट में सामने आई है।