बालाघाट के किरनपुर में वन विभाग को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि वन परिक्षेत्र किरनापुर अंतर्गत जंगल से लगे राजस्व के खेत में जंगली सुअर का शिकार किया गया है। इसके बाद वन परिक्षेत्र अधिकारी किरनापुर ने टीम का गठन करते हुए मौके पर भेजा। वन अमले ने देखा कि जंगली सुअर को झाड़ियों के किनारे काटकर पकाया गया।
दबिश देते हुए खोजबीन की गई तब ज्ञात हुआ कि जंगल से पहाड़ी के रास्ते नीचे राजस्व खेत के अंदर वन्यप्राणी जंगली सुअर भटककर खेत में आ गया था। खेत मालिक परमेश्वर पिता जयसिंह मरावी ने अपने धान के खेत में खाद का छिड़काव अपने साथी खेमनला पिता राधेलाल निवासी बक्कर के साथ कर रहा था।
वहीं पर जंगल में अन्य 2 आरोपी रवि पिता रामेश्वर और राधेलाल पिता मेहतर ढीमर निवासी साल्हेटोला बकरी चरा रहे थे। परमेश्वर के बुलाने पर तीनों लोग खेत में अपने पांचवे साथी अखिलेश पिता डोलनसिंह की मदद से जंगली सुअर को पहले हाका लगाकर पकड़ लिया। फिर पांचों ने कुल्हाड़ी से काटकर मांस को पकाया।
वन अमले ने आरोपी परमेश्वर के निवास स्थान की तलाशी ली तो उसके घर से चीतल के 4 नग सींग, करंट फैलाने वाला 420 ग्राम जीआई तार और 14 मीटर बिजली के तार के साथ मांस काटने में उपयोग की गई लकड़ी और कुल्हाड़ी बरामद हुई। अमले ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।