लगातार हो रही बारिश के बाद शिवना नदी उफान पर है। सोमवार देर रात से शिवना का जलस्तर चढ़ा जो मंगलवार सुबह भगवान पशुपतिनाथ के गर्भगृह तक पहुंच गया। हालात ऐसे बने कि गर्भगृह इस सीजन पहली बार सीवना ने बाबा पशुपतिनाथ का जलाभिषेक किया। अष्टमुखी प्रतिमा के नीचे हिस्से के चार मुख पुरी तरह जलमग्न हो गए। मंदिर परिसर में पानी बढ़ता देख दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद कर दिया गया। वहीं, सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
बता दें की साल 2019 मे आई बाढ़ में पूरा मंदिर ही जलमग्न हो गया था। मंदिर का केवल शिखर ही नजर आ रहा था। हालांकि फिलहाल ऐसी स्थिति नहीं है, लेकिन शिवना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते दो सालों के बाद मंगलवार को फिर शिवना उफान पर है।
भगवान पशुपतिनाथ के चारों मुखों को जलमग्न कर दिया गए। मां शिवना का बाबा पशुपतिनाथ का यह जलाभिषेक है। बता दें कि बाबा पशुपतिनाथ की प्रतिमा का शिवना के जल से अभिषेक करना मंदसौरवासियों के लिए शुभ माना जाता है। इस सहयोग के बाद मंदिर में ढोल नगाड़े बजना शुरू हो गए। वहीं, शिवना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है