जिला मुख्यालय से करीब 6 किमी दूर ग्राम मूलीखेड़ा में ग्रामीणों ने दुर्लभ प्रजाति के दोमुंहे सांप को देखा, देखते ही ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग ने मौके से पकड़ा और जंगल में छोड़ दिया।
कुछ ग्रामीण अपने काम से खेतों पर जा रहे थे। तभी उनकी नजर मैदान में पड़े सांप पर पड़ी। पहले तो वे लोग घबराए, लेकिन जब पास जाकर देखा तो वह दुर्लभ प्रजाति का चिकलोन सांप था। कोई असामाजिक तत्व इसे नुकसान न पहुंचा सके, इसके लिए ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी। इस पर वन मंडलाधिकारी मयंक चांदीवाल के निर्देशन में टीम वहां रवाना हुई और सांप को पकड़कर उसे अपने कब्जे में लिया और उसे सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया। इस दौरान अशोक सिंह बघेल, सीताराम तिवारी, ललित उपाध्याय आदि मौजूद थे।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों में कीमत
रेड सैंड बोआ नाम के इस सांप की तस्करी होती है। इसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत करोड़ों रुपए है। तंत्र क्रियाओं में इसका उपयोग किया जाता हैं।