कार्य अनुभव के आधार पर अतिथि शिक्षकों की विभागीय पात्रता परीक्षा लेकर नियमित प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक शिक्षक बनाने की मांग को लेकर सोमवार को आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ ने रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम एसएलआर राजेश सरवटे को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन के माध्यम से 10 दिन में मांगे पुरी नहीं होने पर भोपाल में आंदोलन करने की चेतावनी भी दी गई। ज्ञापन के पूर्व संघ पदाधिकारी एवं सदस्य बडी संख्या में गांधी उपवन पैदल रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और यह ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया कि प्रदेश के शासकीय स्कूलों में विगत 14- 15 वर्षों से अतिथि शिक्षक पूर्ण निष्ठा, लगन व ईमानदारी के साथ अध्यापन कार्य कराते आ रहे हैं। जिन्होंने अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सैकड़ों बार ब्लॉक स्तर/जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक धरना प्रदर्शन रैली के माध्यम से ज्ञापन दिया, लेकिन अब तक हमारी मांग पुरी नहीं की गई।
एक बार फिर ज्ञापन के माध्यम से अतिथि शिक्षकों की कार्य अनुभव के आधार पर विभागीय पात्रता परीक्षा लेकर हमें नियमित प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक शिक्षक बनाने के लिए जल्द ही उचित कार्रवाई करने के आदेश उच्च अधिकारियों को दिए जाए और 12 माह सेवा काल 62 वर्ष की उम्र तक पद स्थायित्व तथा वेतन वृद्धि दोगुना करने की मांग की गई।
ज्ञापन में बताया कि यदि मध्यप्रदेश सरकार 10 दिनों के अंदर हमारी प्रमुख मांगों का निराकरण नहीं करती है, तो हम आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ मध्यप्रदेश के तत्वावधान में शासन प्रशासन को सूचना देकर भोपाल की धरा पर ऐतिहासिक आंदोलन करेंगे, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। इस अवसर पर बड़ी संख्या में संघ के सदस्य मौजूद रहे।