आवारा पशुओं के खिलाफ सख्त प्रशासन – शहर में घूमते नहीं दिखेंगे आवारा मवेशी

आवारा पशुओं से शहर को मुक्त करने के लिए नगर पालिका का अभियान शुरू हो गया है। जिसके तहत एक दर्जन से अधिक मवेशियों को पकड़कर जिला मुख्यालय के समीपस्थ चांदबढ़ गौशाला में रखा गया है। नगर पालिका के अध्यक्ष प्रिंस राठौर ने बताया कि शहर को खूबसूरत और सुंदर बनाने के लिए आवारा पशुओं से आए दिन हो रही दुर्घटनाओं को रोकने नगर पालिका ने योजना बनाकर आधा दर्जन गौशालाओं को चिन्हत कर आवारा पशुओं को रखने की योजना बनाई है। जिससे आवारा पशुओं से शहर मुक्त होगा। शहर में जगह-जगह आवारा मवेशियों के खड़े होने एवं आवारा मवेशियों की सड़कों पर लड़ाई होने से लोगों को निकलने में परेशानी के साथ हमेशा जान का भी खतरा बना रहता हैं। शहर में इन दिनों आवारा मवेशियों का जमावड़ा हर जगह लगा रहता है। आवारा मवेशियों के कारण राहगीरों व छोटे वाहन चालकों को निकलने में अच्छी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यही मवेशी आपस में जब लड़ाई करने लगते हैं तो लोगों को अपनी जान बचाना भी बड़ा मुश्किल हो जाता है। कभी-कभी इन मवेशियों की वजह से लोगों की जान भी जा सकती है।

संबंध में अतिक्रमण शाखा के प्रकाश परमार ने बताया कि नगर पालिका के द्वारा आवारा मवेशियों को पकड़ने का अभियान पालिका की टीम के द्वारा किया जा रहा है। टीम ने करीब 16 मवेशियों को पकड़कर चांदबढ़ गौशाला में रखा है। इस अभियान के दौरान इन आवारा मवेशियों को पकड़ने के बाद गौशालाओं में रखा जाएगा। इसके लिए चांदबढ़ गौशाला के अलावा झागरिया, टिटोरा, आमझिर मोगराराम और खारपा आदि शामिल है। उन्होंने बताया कि सड़क पर मवेशियों का जमावड़ा बढ़ गया है। सबसे अधिक यह समस्या शहर के मुख्य बाजार के अलावा सब्जी मंडी के पास की है। कई बार स्थिति ऐसी हो जाती है कि पशुओं के कारण सड़क पर जाम लग जाता है वहीं आए दिन वाहन चालक सड़कों पर इनकी चपेट में आकर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।

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