प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाकाल कॉरिडोर का लोकार्पण अमृत सिद्धि योग में करेंगे। 11 अक्टूबर मंगलवार की शाम 6.30 बजे अश्विनी नक्षत्र होने से विशेष योग बन रहा है। इसे विशेष फलदायी माना जा रहा है। इससे पहले PM मोदी ने यूपी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण रेवती नक्षत्र में किया था। उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर का भूमिपूजन भी अभिजीत मुहूर्त में किया था। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भगवान राम का जन्म इसी मुहूर्त में हुआ था।
उज्जैन में मंगलवार को पहली बार हो रही प्रदेश कैबिनेट मीटिंग में इस नाम पर सहमति बनी। बैठक की अध्यक्षता भगवान महाकाल कर रहे हैं। बैठक में मुख्य सीट पर बाबा महाकाल की तस्वीर रखी गई। तस्वीर के दाएं-बाएं मुख्यमंत्री और मंत्री बैठे हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा, महाकाल पुलिस बैंड में पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी, इसके लिए 36 नवीन पद स्वीकृत किए जाएंगे। शिप्रा नदी को साबरमती लेक फ्रंट की तरह विकसित किया जाएगा। शिप्रा नदी में जल प्रवाह बना रहे, इसके लिए नवीन जल संरचनाएं विकसित की जाएंगी। उन्होंने उज्जैन हवाई पट्टी के विस्तार की बात भी कही।
मुख्यमंत्री ने शिवराज ने कहा, देश में पहले से चारधाम है, इसलिए उज्जैन का नाम उज्जैन धाम के स्थान पर ‘ महाकाल लोक ‘ किया जाना चाहिए।
बैठक को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि महाकाल कॉरिडोर अब से श्री महाकाल लोक के नाम से जाना जाएगा। हमारी महाकाल से प्रार्थना है कि वो सभी प्रदेशवासियों पर कृपा बरसाएं और उन्हें आशीर्वाद दें।