इंदौर की कनाड़िया पुलिस ने खास कारों का साइलेंसर चुराने वाली गैंग का खुलासा किया है। गिरफ्त में आए 5 चोरों ने सितंबर के पहले हफ्ते में शहर के एक कार शोरूम के यार्ड में चोरी की थी। आरोपियों ने करीब एक दर्जन नई कारों के साइलेंसर चुराकर उसे दूसरे राज्य में बेच दिया था। नई कारों से केवल साइलेंसर चोरी होने से पुलिस को भी मामला समझ नहीं आ रहा था। बाद में पता चला कि साइलेंसर में लगने वाली प्लेटिनम धातु के कारण आरोपियों ने ये वारदात की थी।
बता दें, प्लेटिनम चांदी से मिलती-जुलती धातु है। शुद्ध प्लेटिनम ग्रे रंग का होता है। इसे व्हाइट गोल्ड भी कहते हैं। 10 ग्राम प्लेटिनम की कीमत लगभग 30 हजार रुपए होती है। ईको कार के एक साइलेंसर में 10 से 15 ग्राम तक प्लेटिनम होता है।
ऐसे पकड़ में आई साइलेंसर चोर गैंग
कनाड़िया थाना टीआई जगदीश जामरे को सूचना मिली थी कि मित्रबंधु नगर में 5 बदमाश एक कार शोरूम में डकैती की प्लानिंग कर रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी करते हुए बिलाल, मोहम्मद अकरम, कल्लू उर्फ कलाम, वाहिद शाह और समीर को पकड़ा। आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में हथियार और कारों के साइलेंसर से निकाली प्लेटिनम धातु बरामद की गई। आरोपियों ने रेकी करने के बाद वारदात को अंजाम देने की बात कबूली की। आरोपी शहर के विभिन्न सर्विस सेंटरों पर आने वाली ईको कारों के नंबर नोट कर, कार मालिक का पता आरटीओ की वेबसाइट से निकाल लेते थे। इसके बाद रात में जाकर साइलेंसर चुरा लेते थे।