उज्जैन लोकायुक्त टीम ने 5000 रुपये की रिश्वत लेते हुए सिविल लाइन थाने से निलंबित हुए एएसआई को बुधवार रात माता टेकरी के पिछले हिस्से से रंगे हाथ पकड़ा।
बताया जा रहा है कि फरियादी के खिलाफ हुई एफआईआर के मामले में चालान पेश कर न्यायालय के माध्यम से प्रक्रिया पूरी कराने की बात को लेकर फरियादी से एएसआई द्ववारा रिश्वत की मांग की गई थी।
जिसको लेकर फरियादी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त टीम उज्जैन को थी जिस पर टीम ने कार्रवाई की है। इसके बाद एएसआई को सिविल लाइन थाने ले जाकर कागजी कार्रवाई कर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया।
जानकारी के अनुसार सिविल लाइन थाने पर पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक प्रकाश राजोरिया एक महिला की गुमशुदगी के मामले में विवेचना कर रहे थे। जिसकी रिपोर्ट महिला के भाई अनिल फुलेरिया निवासी भर्तरी नगर उज्जैन ने की थी। इसके बाद महिला मिल गई थी।
इस मामले में महिला के भाई अनिल के खिलाफ गुमशुदगी से जुड़े मामले में सिविल लाइन थाना पुलिस ने 1 सितंबर को विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था। इसकी विवेचना भी एएसआई प्रकाश राजोरिया द्वारा की जा रही थी।
इस मामले में फरियादी और आरोपी के बीच राजीनामे को लेकर रिश्वत की मांग एएसआई ने की थी। जबकि एएसआई राजोरिया को पुलिस अधीक्षक ने गत 12 सितंबर को निलंबित कर दिया था। वर्तमान में एएसआई निलंबन के चलते पुलिस लाइन में पदस्थ है।
लोकायुक्त उज्जैन टीम के डीएसपी सुनील तालेन ने बताया कि फरियादी अनिल फुलेरिया निवासी भर्तरी नगर उज्जैन ने हमारे पुलिस अधीक्षक महोदय के पास एक शिकायत की थी। इनका कोई विवाद हुआ था 1 सितंबर को उसी दिन थाना सिविल लाईन पर इनके खिलाफ एफआईआर हुई थी।
उस मामले की विवेचना तत्कालीन जांच अधिकारी प्रकाश राजोरिया द्वारा की जा रही थी। उस मामले में राजोरिया ने चालान पेश करने को लेकर रिश्वत की मांग की थी। आज हमने एएसआई को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। हमें आज सिविल लाइन थाने पर मालूम चला की उक्त एएसआई पिछले दिनों किसी अन्य मामले में निलंबित हो गए थे।