बीना में एक साल में शुरू होगा मप्र का पहला पेट्रोकेमिकल हब, प्लास्टिक व डिटर्जेंट निर्माण समेत 250 उद्योग लगेंगे

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सागर जिले के बीना में मध्यप्रदेश का पहला पेट्रोकेमिकल हब बनने जा रहा है। यहां अगले एक साल में नए उद्योग स्थापित होने शुरू हो जाएंगे। यह पेट्रोकेमिकल हब 3100 एकड़ जमीन पर बनेगा। कुछ समय पहले रिफाइनरी ने जरूरत को देखते हुए 454 एकड़ जमीन चिह्नित की थी लेकिन अब उसका अधिग्रहण नहीं किया जाएगा। पेट्रोकेमिकल हब बनने से डेढ़ लाख लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।

कुछ महीने पहले बीओआरएल (भारत ओमान रिफाइनरी लिमिटेड) को बीपीसीएल (भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड) द्वारा अधिग्रहित करने के बाद बीना में पेट्रोकेमिकल हब का रास्ता साफ हुआ। 11 साल बाद रिफाइनरी के विस्तार को लेकर प्रदेश सरकार ने भी रूचि दिखाई और बीपीसीएल से अनुबंध किया।

पेट्रोकेमिकल हब बीना रिफाइनरी की तुलना में तीन गुना बड़ा प्रोजेक्ट है। रिफाइनरी वर्तमान में जहां 7.8 मिलियन मीट्रिक टन प्रतिवर्ष तेल शोधन कर रही है उसकी क्षमता बढ़कर 15 मिलियन मीट्रिक टन हो जाएगी। गुजरात के बाद बीना में बीपीसीएल का यह देश का दूसरा सबसे बड़ा पेट्रोकेमिकल हब होगा। इसके लिए बीपीसीएल 45 हजार करोड़ रुपए का निवेश करेगी।

सल्फर व नेप्था बीना से बाहर नहीं जाएगा
बीना रिफाइनरी में कच्चे तेल से निकलने वाला सल्फर और नेप्था अभी तक गुजरात सहित अन्य पेट्रोकेमिकल हब इंडस्ट्रीज को बेचा जाता था। अब इसे यहीं सहयोगी उद्योगों को बेचने का निर्णय लिया है। इसलिए यहां नए उद्योग स्थापित होने जा रहे हैं, जो 250 तरह के सामानों का यही पर निर्णय कर सकेंगे। इससे यह क्षेत्र पेट्रोकेमिकल हब में तब्दील हो जाएगा।

  • 2200 एकड़ जमीन पर अभी फैली है बीना रिफाइनरी, फिलहाल और जमीन की जरुरत नहीं

ये उत्पाद तैयार होंगे : फिल्म फाइवर्स, इंजेक्शन मोल्डिंग

एथेनाइल केकर इकाई, लो एवं हाईडेंसिटी की पाली एथेनाइल, पॉली प्रोपाइलिन, बिटुमिन, बेंजीन, टॉल्यूइन, जाईलीन के निर्माण की इकाइयां शुरू होगी। परियोजना से कच्चा माल यहीं पर कम दर पर मिलने के चलते डाउनस्ट्रीम एमएसएमई इकाइयां जैसे फिल्म फाइवर्स, इंजेक्शन मोल्डिंग, ब्लो मोल्डिंग, पाइप्स, कॉन्डयूइट्स सहित बड़े सेगमेंट में निवेश आएगा। कंपनी यहां पर हाईडेंसिटी पॉलिथीन, एलएलडीपीई, पॉपीप्रॉपीलेन, बेंजीन, टॉलेन, जाइलेन जैसे महत्पूर्ण केमिकल्स उत्पाद तैयार करेगी।

बीपीसीएल से एमओयू हो गया है

सागर में कृषि उपकरण के अलावा कोई उद्योग नहीं है। अब प्लास्टिक प्रोसेसिंग हब आने वाला है। इससे यहां खूब रोजगार मिल सकेंगे।
– ओमप्रकाश सखलेचा, उद्योग मंत्री, मप्र शासन

पूरे प्रदेश के युवाओं को रोजगार मिलेगा

पेट्रोकेमिकल हब बनने से बीना रिफायनरी विश्व के मानचित्र पर आ जाएगी। यहां केवल सागर जिले के नहीं प्रदेश के युवाओं को रोजगार मिलेगा।
– गोविंद सिंह राजपूत, राजस्व मंत्री, मप्र शासन

सागर जिले के लिए गर्व की बात

बीना का यह हब प्रदेश की आर्थिक समृद्धि की दिशा में परिवर्तनकारी सिद्ध होगा। सैकड़ों बाइप्रोडक्ट्स से यहां उद्योग स्थापित होंगे।
– भूपेंद्र सिंह, कैबिनेट मंत्री, मप्र शासन

नगर से महानगर की ओर बढ़ेगा बीना

पेट्रोकेमिकल हब से बीना नगर से महानगर की ओर बढ़ेगा, पूरे प्रदेश का विकास होगा।
– गोपाल भार्गव, पीडब्ल्यूडी मंत्री, मप्र शासन

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