भोपाल की बागसेवनिया पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करवा कर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह को पकड़ लिया है। बागसेनिया इलाके में आरोपियों ने ऑनलाइन स्कूटी बेचने के बहाने एक लड़की से साढ़े 30 हजार से ज्यादा रुपए ट्रांसफर करवा लिए। फरियादी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
क्विकर ऐप के जरिए किया कॉन्टैक्ट
धोखाधड़ी का शिकार हुई लड़की ने बताया कि उसे कॉलेज जाने में दिक्कत होती थी। इसके लिए उसे स्कूटी की जरूरत थी। उसने क्विकर लाइट ऐप पर सेकेंड हैंड स्कूटी सर्च की। वहां से उसे एक होंडा एक्टिवा गाड़ी का ऑफर दिखा। ऐप में स्कूटी के मालिक का नंबर भी मौजूद था। मालिक से बात करने पर उसने खुद को आर्मी का रिटायर्ड अधिकारी बताया। उसने गाड़ी की कीमत 15500 रुपए बताई।
साथ ही, आरोपी ने एडवांस पेमेंट करने की बात कही। इसके बाद उसने धोखाधड़ी से लड़की से टुकड़ों में 30 हजार 800 रुपए ले लिए। इसके बाद भी पीड़िता को स्कूटी नहीं मिली। स्कूटी नहीं मिलने पर उसने थाने में जाकर शिकायत की।
राजस्थान के रहने वाले हैं आरोपी
पुलिस ने मामले की छानबीन के दौरान पाया कि पीड़िता ने ऑनलाइन पेमेंट ऐप फोन-पे के जरिए आरोपियों को पैसे ट्रांसफर किए थे। बैंक से खातों की जानकारी लेने पर पता चला कि अकाउंट राजस्थान के कोटा के हैं। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश पर पुलिस की एक टीम कोटा रवाना हुई। आरोपियों ने पूछताछ करने पर बताया कि गिरोह का सरगना आरिफ फर्जी मोबाइल नम्बरों से लोगों को फोन करता। उन्हें अलग-अलग तरीकों से लालच देकर एडवांस राशि के नाम पर ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करवा लेता। राशि खाते में आते ही आरोपी फोन को बंद करके फेंक देते थे। फिलहाल, पुलिस आरिफ की तलाश कर रही है।