प्रसिद्ध बाबा बैजनाथ महादेव जिनके चमत्कारों का लोहा अंग्रेज भी मानते थे । ब्रिटिशर्स ने मंदिर का जीर्णोद्धार उस वक्त करवा दिया था ,जब भारत गुलाम था । लेकिन अब आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी चमत्कारी बाबा बैजनाथ महादेव का यह धाम विकास कार्यों की आस लगाए बैठा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी एक चुनावी सभा के दौरान जिलेवासियों से वादा किया था कि महाकाल मंदिर की तर्ज पर वह बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर का भव्य विस्तार कर विकास कार्य करवाएंगे, और मंदिर भी एक भव्य पर्यटन स्थल बनकर निखरेगा।
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद जिला प्रशासन ने भी 32 करोड का एक प्रस्ताव बनाकर भोपाल आध्यात्मिक विभाग के पास भेज दिया था। लेकिन बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर के विकास कार्यों के लिए अभी तक भोपाल से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अधिकारी भी बार-बार पत्र लिखकर बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर के विकास को लेकर राशि स्वीकृत करने की मांग कर रहे हैं लेकिन फिर भी मंदिर विकास कार्यों के लिए बनाए गए प्रोजेक्ट को मंजूरी नहीं दी जा रही है।
20 माह पहले भेजा था 32 करोड़ का प्रस्ताव
30 जनवरी, 2021 को जिला प्रशासन ने आध्यात्मिक विभाग भोपाल को 32 करोड़ का एस्टीमेट बनाकर भेजा था जिसमें मंदिर में होने वाले विकास कार्यों में कितना खर्च होगा उसका पूरा व्यय लिखा था। प्रथम चरण के प्रस्ताव में हिंगलाज माता मंदिर, कमलकुंड, धर्मशाला, मार्बल फ्लोरिंग, मुख्य द्वार, बाणगंगा नदी के घाट, हाई लेवल ब्रिज, फुंवारे, रोडसाइड स्कल्पचर्स, सोलर पैनल, मेडिटेशन सेंटर व अन्य निर्माण शामिल थे।
“बाबा बैजनाथ का मंदिर विश्व का एक मात्र ऐसा मंदिर है जिसकी स्थापना अंग्रेजों के द्वारा की गई है, माननीय मुख्यमंत्री जी की मंशा ऐतिहासिक मंदिर को बाबा महाकाल की तर्ज पर विकसित करने की रही है, जिसकी घोषणा उन्होंने अपने आगर प्रवास पर बीते वर्षों में की थी लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के परिणाम स्वरूप मंदिर के विकास कार्यों की विगत 2 वर्षों से कोई गति प्रदान नही की जा सकी है, जो स्थानीय भक्तों के लिए पीड़ादायक है”।
– विनीत मालवीय (समाजसेवी)
“हमारे द्वारा बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर के गर्भगृह में भी चांदी से मंडित दीवार बनाने का प्रस्ताव शहरवासियों के समक्ष रखा गया था लेकिन ज्यादातर लोगों का एक ही कहना है कि जब शासन के पास मंदिर को लेकर फंड आता है तो मंदिर में विकास कार्य क्यों नहीं होते। साथ ही मंदिर में काफी अव्यवस्था है। मंदिर परिसर का क्षेत्रफल काफी बड़ा है और विकास हो जाने से पर्यटन के क्षेत्र में भी बाबा बैजनाथ महादेव अत्यधिक प्रसिद्ध हो जाएंगे।”
– आयुष सोनी (नित्य दर्शनार्थी)
“आध्यात्मिक विभाग द्वारा 3 महीने पहले बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर प्रोजेक्ट से जुड़ी जानकारी मांगी गई थी जिसे हमारे द्वारा दे दिया गया है, फिलहाल मंदिर के विस्तार प्रोजेक्ट को लेकर कोई भी राशि स्वीकृत नहीं हुई है।”
– राजेश सरवटे (नोडल अधिकारी, बाबा बैजनाथ महादेव मन्दिर)