नई पीढ़ियों के लिए तार्किक और भावनात्मक निर्णय लेने के बीच संतुलन आवश्यक

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पं. जवाहरलाल नेहरू व्यव. प्रबंध संस्थान में वारविक विश्वविद्यालय, लंदन (यूके) की पूर्व छात्रा का विशिष्ट व्याख्यान


उज्जैन। आईआईसी प्रकोष्ठ पं. जवाहरलाल नेहरू व्यव. प्रबन्ध संस्थान विक्रम वि.वि. ने छात्रों के लिए नई उभरती अर्थव्यवस्था में निर्णय लेते समय तर्क और भावनाओं को संतुलित करने के सामयिक मुद्दे पर एक सत्र की मेजबानी की। युवा पीढ़ी से जुड़े विभिन्न मनोविज्ञान आधारित निर्णय लेने और करिअर के मुद्दों पर भी चर्चा की गई।
सुश्री वसुंधरा जैन सत्र वक्ता और उभरती लेखिका का संस्थान संकाय सदस्य डॉ. नयनतारा डामोर एवं डॉ. सन्ध्या सक्सेना ने भारतीय परंपरानुरूप स्वागत किया और डॉ. धर्मेंद्र मेहता, निदेशक ने लेखक के बारे में परिचय दिया।
सुश्री वसुंधरा जैन युवा लेखक वारविक विश्वविद्यालय, लंदन (यूके) मेयो कॉलेज गर्ल्स स्कूल अजमेर, सेंट मैरी उज्जैन की प्रतिभाशाली छात्रा हैं। वसुंधरा की हाल ही में रिलीज़ हुई किताब ‘द लॉजिकल रोमांटिक : रैशनल टूल्स फॉर ग्रेट रिलेशनशिपÓ में ऐसे टूल हैं जिनका उपयोग युवा स्वयं को समझने और रोजमर्रा की स्थितियों में बेहतर निर्णय लेने के लिए कर सकते हैं।
सत्र में विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया जो नई पीढ़ी के छात्रों को अधिक आत्म-जागरूक बनने, अधिक सूचित निर्णय लेने और दूसरों के साथ अपने संबंधों को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। सत्र के बाद, लेखिका ने महाराज जीवाजीराव सेंट्रल लाइब्रेरी, उज्जैन के लिए डॉ. अनिल जैन और डॉ. कौशिक बोस को अपनी पुस्तकों की प्रतियां भी भेंट कीं। प्रश्नोत्तरी सत्र में जेएनआईबीएम, कृषि अ.शा., अंग्रेजी अ.शा., प्रबन्धन शोधकर्ताओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया। विश्वविद्यालय के शोधार्थी भी उपस्थित थे। आभार शोधकर्ता अंकित सिंह सेन ने किया। संस्थान के प्रो. डॉ. दीपक गुप्ता, डॉ. कामरान सुल्तान, डॉ. सचिन राय, डॉ. डी.डी. बेदिया, राकेश खोती ने आईआईसी प्रकोष्ठ पं. ज. नेहरू व्यव. प्रबन्ध संस्थान के इस नवाचार व्याख्यान प्रयास की सराहना करते हुए इसे स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम्स दिशा की ओर महत्वपूर्ण कदम बताया। उल्लेखनीय है कि इसी पुस्तक को खुशवंत सिंह लिटरेरी फेस्टिवल के आयोजकों से भी अच्छी समीक्षा मिली है।

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